रांची: सड़क से सदन, सदन से संसद, और फिर संसद से कोर्ट तक बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले ने अपना ज्वलंत सफर जारी रखा है। एक ओर भाजपा इस मामले में राज्य की सरकार को घेरकर झारखंड की जनता से वोट मांग रहीं तो वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के लोग इस पूरे मामले को ही झूठा बता रहें। मालूम हो कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में भी आज बहस पूरी हुई और झारखंड हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। सियासी गलियारों से लेकर न्यायालय तक गूंजने वाले इस रोहिंग्या घुसपैठ मामले को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार को ही दोषी मान रही है।
बता दें इस मामले को लेकर आज अमित शाह ने सीधे सीधे हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि रोहिंग्या पर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि वो इनका वोट बैंक है। इस मामले को ही बीजेपी अपना प्रमुख मुद्दा मान रही है। हालांकि ये मुद्दा कोई नया नहीं है। ये मामला पूर्व में भी भाजपा के नेताओं द्वारा उठाया जाता रहा है परंतु इस बार ये मुद्दा झारखंड में बवाल कर गया। वहीं पिछले कई मीहनों से बीजेपी विधायक अनंत ओझा साहिबगंज एवं संथाल में तेजी से बढ़ रहे घुसपैठ और इस वजह से लव जिहाद के साथ-साथ हो रहे लैंड जिहाद के प्रति चिंता जताते हुए विधानसभा में लगातार आवाज उठाते रहे हैं।
लेकिन इस मामले को सुलगाने और जनमानस की चेतना में लाने का श्रेय असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को जाता है। बता दे आज झारखंड में सियासत का केंद्र बिंदु बांग्लादेशी घुसपैठ बन गया। हाल के दिनों में देखा जाए तो बीजेपी ने लव जिहाद की घटनाएं और आदिवासी लड़कियों से विवाह कर जमीन हथियाने की प्रथा में बढ़त होने का हवाला देती आ रही। वहीं रूबिका पहाड़न हत्याकांड ने सबकी नींद तोड़ दी थी। भाजपा का कहना है कि बंगलादेशी घुसपैठ और इस वजह से आदिवासी सभ्यता संस्कृति में खतरा उत्पन्न हो गया है। वहीं भाजपा इसके लिए राज्य की हेमंत सरकार को दोषी मान रही है।
इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिए के द्वारा आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है उनके जमीन लूटे जा रहे हैं और बहू बेटियों के साथ प्रताड़ना होती है। साथ ही संथाल की बदल रही डेमोग्राफी के बारे में जनता को बताने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है । इधर बीजेपी के इस मुद्दे को सरासर गलत बताने में जेएमएम जुटा हुआ है। इसे लेकर पार्टी प्रवक्ता मनोज पांडे कहते हैं कि एक तो घुसपैठ है कहां और यदि थोड़ा घुसपैठ है भी तो इसके लिए जिम्मेदार केंद्र की भाजपा सरकार है जिसने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चौकसी नहीं बढ़ाई। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गृहमंत्री की विफलता है जो घुसपैठ को रोकने में असफल रहे। मनोज ने कहा कि बांग्लादेश की घुसपैठ को हौआ बना रही है बीजेपी।
साथ ही आरोप लगाते हुए मनोज पांडे ने कहा कि झारखंड से बिजली पैदा करते हैं और बांग्लादेश को सप्लाई करते हैं। बांग्लादेश से आपके पूंजीपति मित्रों का क्या व्यापारिक संबंध है यह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि जनता मूर्ख नहीं है सब कुछ जानती है और चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश फेल हो जाएगी। इस प्रकार के आरोप प्रत्यारोप के बीच न्यायालय भी अपनी तरफ से कार्रवाइ्र कर रहा है। कोर्ट ने संथाल के छह डीसी को रिपोर्ट सौपने को कहा जिसके जवाब में संथाल में घुसपैठ से इंकार किया गया। इधर कोट्र में उपस्थित हुए केंद्र सरकार के सालिसीटर तुषार मेहता ने राज्य में एनआरसी लागू करने की आवश्यक्ता जताई। बहरहाल चुनावी बयान बाजी से इत्तर यदि रोहिंग्याओं की संख्या बढ़ रही है तो ये कही न कही केंद्र और राज्य सरकार की विफलताओं को दर्शा रहा है।