LCO पर पाकिस्तान से खतरा और LAC पर चीन से। भारत के अपने दो महत्वपूर्ण पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान से रिश्तों की असली हकीकत यही है। पाकिस्तान में बैठे कुछ युद्ध परस्त लोग सुबह श्रीनगर और शाम को दिल्ली पर कब्जे का ख्वाब देखते रहते हैं। तो चीन भी अपनी हदें तोड़ने को बेकरार कई बार हुआ है। लेकिन भारत की नई उड़ान चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए एक चेतावनी हो सकती है कि हद में रहें वरना कुछ मिनटों का ही वक्त लगेगा। दरअसल, भारत ने जिस Agni-3 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, वो बस कुछ मिनटों में पाकिस्तान और बीजिंग में तबाही लाने के लिए पर्याप्त है। इसकी रफ्तार ऐसी है कि ढ़ाई मिनट में पाकिस्तान पहुंच सकती है और चीन की राजधानी पहुंचने में भी 12 मिनट ही लगेंगे।
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कुछ ही मिनटों के फासले पर बीजिंग-इस्लामाबाद
Agni-3 मिसाइल की गति मैक 15 है यानि 18,522 किलोमीटर प्रतिघंटा। जबकि दिल्ली से चीन की राजधानी बीजिंग की हवाई दूरी 3791 किलोमीटर है। Agni-3 मिसाइल की स्पीड 5-6 किलोमीटर प्रति सेकेंड है। ऐसे में बीजिंग की दूरी 12.63 मिनट में ही पूरी हो जाएगी। जबकि दिल्ली से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की हवाई दूरी 679 किलोमीटर है। यहां तो Agni-3 मिसाइल मात्र ढाई मिनट में तबाही मचा देगी।
Agni-3 की खासियत
- परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है
- पारंपरिक और थर्मोबेरिक हथियारों से भी हमला कर सकती है
- एक साथ कई टारगेट पर हमला करने वाली तकनीक MIRV जैसी ही समान टेक्नोलॉजी है
- मिसाइल की रेंज 3 से 5 हजार किलोमीटर है
- 3 से 5 हजार किलोमीटर की रेंज यानी चीन का बहुत बड़ा हिस्सा, पूरा पाकिस्तान, पूरा अफगानिस्तान, हॉर्न ऑफ अफ्रीका, अरब देश, इंडोनेशिया, म्यांमार जैसे कई देश इसकी जद में हैं
- यह मिसाइल अगर अपने टारगेट से 40 मीटर दूर भी गिरती है, तो भी तबाही 100 फीसदी पक्की है
- यह मिसाइल आसमान में अधिकतम 450 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है
- उड़ान के बीच बदल सकती है अपना रास्ता
2006 में हुआ था पहला टेस्ट
इस मिसाइल का पहला टेस्ट 9 जुलाई 2006 को हुआ था, लेकिन तब वह टेस्ट असफल था। मिसाइल टारगेट तक पहुंच ही नहीं पाई और पहले ही गिर गई। इसके बाद 2007 में फिर परीक्षण हुआ जो सफल रहा। इसक बाद साल 2010, 2013, 2015, 2017 में भी इसके सफल परीक्षण हो चुके हैं।