होली का पर्व आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को रंगों के त्योहार होली की शुभकामनाएं दी है। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “देश के मेरे सभी परिवारजनों को होली की अनेकानेक शुभकामनाएं। स्नेह और सद्भाव के रंगों से सजा यह पारंपरिक पर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नया उत्साह लेकर आए।”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रदेश एवं देशवासियों को रंगों के त्योहार होली की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से होली का त्योहार पारस्परिक प्रेम, आपसी भाईचारे एवं सामाजिक सद्भाव के साथ मनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि होली सामाजिक समरसता का प्रतीक है। होली का यह पवित्र त्योहार राज्यवासियों की जिन्दगी में खुशियों का नया रंग लेकर आएगा। यह पवित्र त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि बिना किसी भेदभाव के लोग एक दूसरे के प्रति प्रेम-सद्भाव का व्यवहार रखते हैं। लोग आपस में मिल-जुलकर खुशियाँ बाँटते हैं।
रात में जलाई गई होलिका
बता दें कि रंगों के महापर्व की पूर्व संध्या पर सनातन संस्कृति के शुभ मुहूर्त में रात 11 बजे के बाद पटना और बक्सर समेत पूरे बिहार के शहरी और ग्रामीण अँचलों में होलिका दहन समारोह परम्परागत पूजा अर्चना के साथ सम्पन्न हुआ। बिहार के कोने कोने से मिल रही खबर के मुताबिक होलिका दहन समारोह की तैयारी बसंत पंचमी के बाद से ही शुरुआत की जाती हैं। अलग अलग स्थानों में लोग होलिका दहन समारोह सम्पन्न किया।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन राक्षसी होलिका का अंत हुआ था, जो बुराई का प्रतीक है और भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा हुई थी, जो अच्छाई और सच्चाई का प्रतीक माना जाता है। तब से हर साल होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसमें अपने भीतर की सभी बुराइयों को प्रतिकात्मक रूप से जलाया जाता है। इसलिए लोग खुली जगहों में होलिका जलाते हैं।