जम्मू-कश्मीर में धारा 370 खत्म होने के बाद के हालात को लेकर लगातार विपक्ष के नेता केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हैं। ऐसे ही एक सवाल के जवाब में संसद में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि “अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में समग्र कानून और व्यवस्था की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद संगठित पथराव शून्य है।”
‘सरकार बचाओ बजट है… सिर्फ बिहार और आंध्रप्रदेश पर ही दिया गया ध्यान’
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने संसद में जम्मू-कश्मीर की स्थिति को दर्शाती आंकड़ों की एक रिपोर्ट भी पेश की है। इसमें बताया गया है कि अनुच्छेद 370 के लागू रहने के दौरान 2018 में 1328 पत्थरबाजी की घटनाएं हुई थीं। जबकि संगठित हड़तालों की संख्या 52 थी। लेकिन पूरे 2023 और 2024 में 15 जुलाई तक न कोई पत्थरबाजी की घटना हुई है और न ही संगठित हड़ताल हुई है।
नित्यानंद राय ने यह भी बताया कि 2018 में आतंकी गतिविधियों की संख्या 228 थी, जबकि 2023 में 46 और 2024 में 15 जुलाई तक इन घटनाओं की संख्या 11 रही है। वहीं एनकाउंटर्स की संख्या 2018 में 189 थी जबकि 2023 में 48 और 2024 में 15 जुलाई तक 21 रही है।
इसके अलावा नित्यानंद राय ने जम्मू-कश्मीर में सिक्योरिटी फोर्स के जवान और आमलोगों के हताहत होने के बारे में बताया कि 2018 में 91 सुरक्षाबलों के जवान शहीद हुए थे। जबकि 2023 में 30 और 2024 के 15 जुलाई तक 10 जवान शहीद हुए हैं। वहीं 2018 में 55 आमलोगों की हत्या हुई थी जबकि 2023 में 14 लोग मारे गए और 2024 में 15 जुलाई तक 14 लोग आतंकी घटनाओं में मारे गए हैं।