अगले साल देश में होने वाले लोकसाभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां कमर कस रही है। एक तरफ जहां मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षियों का महाजुटान हो रहा है तो वहीं बीजेपी भी अपने आपको 2024 में दिल्ली की सत्ता कायम रखने के लिए तैयारी कर रही है। इसी तैयारी का हिस्सा है आगामी 18 जुलाई को होने वाली एनडीए की बैठक। जिसमें दिग्गज नेताओं का जमावड़ा होना है।
बिछड़े घटक दलों का होगा जुटान
इस बैठक में बीजेपी के बिछड़े हुए घटक दलों का जुटान होगा। जिसमें अकली दल से सुखबीर बादल, लोजपा रामविलास से चिराग पासवान और दक्षिण से टीडीपी के के चंद्र बाबू नायडू हैं। खबर है कि अकाली दल से सुखबीर बादल और लोजपा से चिराग पासवान ने इस बैठक को लेकर हामी भरदी है। इस बैठक में उस दिन कई अन्य दल भी शामिल हो सकते हैं ऐसे संभावना है। बीजेपी का कहना है कि पार्टी निश्चित तौर पर अपने गठबंधन का विस्तार करना चाहती है और जो भी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर देश की विकास यात्रा में शामिल होना चाहते हैं उनका स्वागत है। हाल के दिनों में जीतन राम मांझी की पार्टी हम और बगावती अजित पवार की पार्टी एनसीपी बीजेपी के साथ आई है। भविष्य में कई अन्य राजनीतिक दल भी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।
विपक्षी भी हो रहे हैं एकजुट
दूसरी तरफ बीजेपी और ब्रांड मोदी को 2024 में टक्कर देने के लिए विपक्ष भी अलग नीति तैयार कर रहा है। उसी नीति के तहत विपक्ष के पार्टियों ने 23 को पटना में एक महाबैठक किया। जिसमें 15 दलों का जुटान हुआ और 2024 में भाजपा के खिलाफ लड़ने पर एक सहमती बनी। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे। अब विपक्ष की अगली बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली है।