शुक्रवार, 29 नवंबर को सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बॉलीवुड अभिनेता शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा के घर छापामारी की। यह कार्रवाई पोर्नोग्राफी के सर्कुलेशन से संबंधित मामले में की गई, जिसमें राज कुंद्रा की कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ED ने कुंद्रा के घर के बाद उनके दफ्तर पर भी छापा मारा और साथ ही मुंबई और उत्तर प्रदेश के 15 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया।
ED की यह छापेमारी मोबाइल एप्लिकेशन और अन्य प्लेटफॉर्मों के जरिए पोर्नोग्राफी के वितरण के मामले में जांच का हिस्सा है। इस छापे के दौरान अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत जुटाए हैं, जो इस रैकेट के बारे में नई जानकारियाँ प्रदान कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई की शुरुआत फरवरी 2021 में हुई थी, जब मड आईलैंड पर एक बड़े पोर्न रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। इस मामले में टीवी अभिनेत्री गहना वशिष्ठ का नाम सामने आया था। पुलिस ने गहना से पूछताछ के दौरान राज कुंद्रा की कंपनी, विहान इंटरप्राइज के कर्मचारी उमेश कामत के बारे में जानकारी प्राप्त की। उमेश को राज कुंद्रा के लंदन स्थित बहनोई प्रदीप बख्शी के पास भेजा जाता था, जो अश्लील वीडियो को एक एप्लिकेशन पर अपलोड करता था।
जांच में पता चला कि उमेश ने ‘हॉटशॉट्स’ ऐप और ‘हॉटशॉट टेकन डाउन’ नामक दो वॉट्सऐप ग्रुपों में सक्रिय रूप से काम किया, जिसमें राज कुंद्रा भी शामिल थे। इस तरह के ग्रुपों में वीडियो अपलोड करने से जुड़े सभी वित्तीय लेन-देन और अन्य जानकारियाँ आदान-प्रदान की जाती थीं।
चार्जशीट के अनुसार, राज कुंद्रा ने प्रदीप बख्शी के माध्यम से अश्लील वीडियो अपलोड करवाए और इसके बदले में काफी धन अर्जित किया। राज के अलावा, उनकी कंपनी के आईटी हेड रयान थारप, उमेश कामत, प्रदीप बख्शी और अन्य कर्मचारी भी इस रैकेट में शामिल थे। इस जांच में सामने आया कि कुंद्रा ने अश्लील कंटेंट के प्रचार-प्रसार के लिए एक प्रभावशाली नेटवर्क तैयार किया था।
इससे पहले, मुंबई हाई कोर्ट ने इस मामले में राज कुंद्रा सहित पांच आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थीं। आरोपियों में मशहूर अभिनेत्री पूनम पांडे, शर्लिन चोपड़ा और गहना वशिष्ठ भी शामिल हैं, जिन्हें पोर्न फिल्में बनाने और उनका वितरण करने के आरोप में आरोपी बनाया गया था।
राज कुंद्रा को जुलाई 2021 में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि उनके द्वारा चलाए जा रहे ‘हॉटशॉट्स’ ऐप पर अश्लील और पोर्न वीडियोज का प्रसारण किया जाता था, जो कि एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय विवाद बन चुका है।