पद्मश्री से सम्मानित हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार कृष्ण बिहारी मिश्र का कोलकाता में निधन हो गया है। 1 जुलाई 1936 को बलिया में जन्मे डॉ. मिश्र का निधन 86 वर्ष की उम्र में हुआ है। कई सालों से कोलकाता में रह रहे डॉ. मिश्र पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले दिनों उन्हें गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती भी कराना पड़ा था। लेकिन बाद में तबियत में सुधार के कारण उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके बाद एक बार फिर बीमार पड़े और फिर उनका निधन हो गया।
बलिया जिला के मूल निवासी थे डॉ. मिश्र
उत्तर प्रदेश के बलिया स्थित बलिहार गांव के रहने वाले थे। शुरुआती पढ़ाई गांव की पाठशाला से हुई, बाद में गोरखपुर के मिशन स्कूल, काशी हिंदू विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय से उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की। आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र और आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी सरीखे विद्वानों के अलावा आचार्य नंददुलारे वाजपेयी एवं आचार्य चंद्रबली जैसे प्रकांड पंडितों का सान्निध्य इन्हें मिला।
1996 में कोलकाता विवि से रिटायर हुए थे
डॉ कृष्ण बिहारी मिश्र ने हिंदी पत्रकारिता में कलकत्ता विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। इसके बाद लंबे अरसे तक उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय में अध्यापन किया। कोलकाता विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बंगवासी मॉर्निंग कॉलेज से 30 जून 1996 को रिटायर हुए।