कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है। पहले तो मानहानि केस में सूरत कोर्ट से 2 साल की सजा हुई, फिर उनकी सांसद की संदस्यता चली गई। इसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित आवास भी खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है। इन मुसीबतों से घीरे राहुल और उनकी पार्टी लिए कल राहत देने वाली दो खबरे आई। इस खबर के आने के बद उनकी पार्टी की उम्मीद बढ़ गई है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता फिर से बहाल हो जाएगी। दरअसअल, लक्षद्वीप से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद फैजल की संसद सदस्यता बहाल हो गई है। मोहम्मद फैजल का मामला देखकर राहुल के चेहरे पर मुस्कुराहट और कांग्रेस में खुशी की लहर तो आई ही होगी।
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हाईकोर्ट ने कन्विक्शन रद्द किया
दरअसल, फैजल को हत्या के प्रयास के मामले में इसी साल 11 जनवरी को 10 साल की सजा मिली थी। इसके दो दिन बाद ही लोकसभा सचिवालय ने स्पीकर के आदेश का हवाला देते हुए अयोग्य करार दे दिया था। इसके बाद मोहम्मद फैजल ने निचली अदालत के फैसले को केरल हाई कोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने उनका कन्विक्शन रद्द कर दिया था। जिसके बाद मोहम्मद फैजल ने अयोग्यता का आदेश वापस लेकर लोकसभा की सदस्यता बहाल करने की मांग की थी। लोकसभा की सदस्यता बहाल करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, जिसको लेकर बुधवार 29 मार्च को सुनवाई होने वाली थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले ही उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई।
उपचुनाव के लिए सीईसी जल्दबाजी में नहीं
कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को शुकून देने वाली खबर यह भी है कि उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड लोकसभा सीट पर में उपचुनाव अभी नहीं होंगे। दरअसल, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कर्नाटक चुनाव की घोषणा के समय कहा कि वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा को लेकर वह जल्दी में नहीं है, क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अदालत ने अपील के लिए 30 दिन का समय दिया है। कोई जल्दबाजी नहीं है, हम इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि आयोग ने उन सीटों पर उपचुनाव को लेकर फैसला किया है, जो फरवरी तक खाली हुई थीं।