[Team insider]: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने एक ही दिन उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। गुरुवार की दोपहर कांग्रेस ने सूची जारी की। भाजपा ने रात में। भाजपा ने 29 उम्मीदवारों के नाम खोले, जिसमें सबसे चर्चित नाम है पंकज सिंह। भाजपा ने पंकज को नोएडा का उम्मीदवार घोषित किया है। यह मौजूदा समय में वहां के विधायक हैं। पार्टी ने दूसरी बार इन पर भरोसा जताया। उम्मीदवारों में सबसे चर्चित हैं, क्योंकि गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के बेटे हैं। मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। 2002 से राजनीति में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा के महासचिव भी हैं। 2017 में नोएडा सीट से पहली बार चुनाव लड़े और जीते। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर महिला उम्मीदवार उतारा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की करीबी रह चुकीं पंखुड़ी पाठक। पंखुरी कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से लॉ की पढ़ाई की है। समाजवादी पार्टी के टिकट पर छात्रसंघ का चुनाव लड़ी थीं। पति अनिल यादव समाजवादी पार्टी में थे। अब कांग्रेस में हैं।
नोएडा सीट पर किनका दबदबा
नोएडा विधानसभा क्षेत्र में 1.25 लाख ब्राह्मण वोटर हैं। 1.15 लाख वैश्य, 40 हजार यादव, 65 मुस्लिम, 30 हजार गुर्जर और 35 हजार राजपूत हैं। एक लाख 70 हजार पूर्वांचल के लोग हैं। बिहार और इसकी सीमा से सटे यूपी के लोग। 80 हजार पंजाबी हैं। 35 हजार उत्तराखंड के लोग हैं। ये सभी हर विधानसभा चुनाव में मतदान करते हैं, लेकिन निर्णायक वोटर पूर्वांचल के हैं। 1.70 लाख लोगों का झुकाव, जिस ओर होगा, उस प्रत्याशी को कुर्सी मिलेगी। पूर्वांचल के लोगों के वोट के कारण ही भाजपा का यह गढ़ रहा है। कुल मतदाताओं की बात करें तो 3 लाख 91 हजार 460 वोटर हैं। इनमें2 लाख 98 हजार 764 महिला वोटर हो सकती हैं।
2012 में अस्तित्व में आई सीट
नोएडा पहले दादरी विधानसभा क्षेत्र में था। 2012 में परिसीमन के बाद नोएडा विधानसभा सीट बनी। पहले चुनाव में भाजपा के टिकट पर डॉ. महेश शर्मा विधायक बने। फिर 2014 में यह लोकसभा चुनाव लड़े और जीते। उपचुनाव में भाजपा के विमला बाथम को जीत मिली। अगले चुनाव 2017 में भाजपा ने राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को प्रत्याशी बनाया। इन्होंने जीत हासिल की। पंकज ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुनील चौधरी को एक लाख 3 हजार 952 वोटों से हराया। खास बात रही कि पंकज ने पहले से आखिरी राउंड तक बढ़त बनाए रखी। इस सीट पर अब तक की यह सबसे बड़ी जीत है। पंकज से पहले भाजपा प्रत्याशी विमला बाथम ने 59 हजार से जीत दर्ज की थी।
पंकज ने अथॉरिटी में ट्रांसफर पॉलिसी लागू कराई, इससे जनता खुश
पंकज सिंह ने नोएडा अथॉरिटी में ट्रांसफर पॉलिसी लागू कराई है। हर आदमी से जुड़ा मसला था। इसको लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे। धरना दे रहे थे, उसे हल किया। इससे आम जनता खुश है। मगर, जमीनों की रजिस्ट्री के वादे को पूरा नहीं कर सके। विधायक खुद भी मानते हैं कि मैं रजिस्ट्री के मुद्दे पर उम्मीद के अनुसार काम नहीं कर पाया। इसमें कानूनी पेंच है, जिसमें समय लगेगा और मुझे एक और मौका चाहिए।
कांग्रेस की उम्मीदवार भी दमदार, सपा-बसपा के प्रत्याशी तय नहीं
फिलहाल इस सीट पर समाजवादी पार्टी और बसपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। मगर, कांग्रेस की प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक भी काफी मजबूत उम्मीदवार हैं। डिबेट में बड़े-बड़े नेताओं के मुंह बंद कर देती हैं। सोशल मीडिया पर दिग्गज नेता इन्हें फॉलो करते हैं।
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