राहुल गांधी की मानहानि मुकदमे में हुए सजा और संसद की सदस्यता जाने पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया। चिराग पासवान ने कहा कि राहुल गांधी पर जो फैसला आया है वह पूर्णतः अदालत का फैसला है। एक जांच हुई और वर्डिक्ट आया। इसमें कोई राजनीति नहीं है। 2013 में यूपीए की सरकार ऑडिनेंस लेकर आई थी और राहुल ने खुद उसे फाड़ा थ। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कहा कि संविधान की हत्या हो रही है वह पढ़ ले संविधान। राहुल गांधी कोई पहले व्यक्ति नहीं है, जिन पर यह कारवाई हुई हो। वहीं सीबीआई द्वारा तेजस्वी से लैंड फॉर जॉब मामले जारी पूछताछ कहा कि उनके पास एक अच्छा मौका है अपनी बात रखने का। अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है, तो उन्हे डरने की जरूरत नहीं।
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बिजली दर वृद्धि पर 9-10 अप्रैल को करेंगे बड़ा आंदोलन
बिहार विद्युत नियामक आयोग ने बिहार की बिजली दरों में 24.10 फीसदी का इजाफा किया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बिजली के रेट में ये बढ़ोतरी की गई है। इसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी आधार शुल्क में वृद्धि की गई है। इस पर चिराग पासवान ने नीतीश सरकार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिजली दरों में बढोतरी किये जाने को लेकर आगामी 9 और 10 अप्रैल को लोजपा रामविलास बड़ा आंदोलन करने जा रही है। 9 अप्रैल को बिहार के हर प्रखंड मुख्यालय में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। अगले दिन 10 अप्रैल को बिजली विभाग के दफ्तर के बाहर पूरे बिहार में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। मशाल जुलूस और धरना प्रदर्शन कर पार्टी सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट करेगी। इस दौरान बिजली दरों में हुई बढोतरी को वापस लेने की मांग की जाएगी।
नीतीश कुमार की विश्वनीयता पर सवाल
चिराग ने पूछा कि कहां गया उनका महागठबंधन? जब कांग्रेस ने मार्च निकाला तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू ने समर्थन क्यों नहीं दिया? कांग्रेस के मार्च से क्यों दूरी बनाकर रखे? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार अविश्वनीय कार्य करते हैं जिससे उनकी विश्वनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। कौन उनको अपना मानेगा? जब दुख की घड़ी में अपने ही साथियों के साथ खड़े नहीं होते है तो ऐसे में इनकी विश्वनीयता पर ही तो सवाल खड़े होंगे।