[Team Insider]: कांग्रेस (Congress) नेता मनीष तिवारी (Manish Tiwari) ने कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध बहुत संवेदनशील मामला है। यह ‘राजनीतिक फुटबॉल’ का मामला नहीं है। तिवारी ने कहा कि यदि कोई चूक हुई है, तो जवाबदेही तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह उच्च स्तरीय सुरक्षा चूक का मामला है। तिवारी ने कहा, “एक एसपीजी अधिनियम है, जिसे संसद ने पारित किया है। यदि कोई चूक हुई है, तो एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा जांच की जानी चाहिए। यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। यह राजनीतिक फुटबॉल का मामला नहीं है।”
प्रधानमंत्री मोदी 20 मिनट तक फंसे रहे
प्रधानमंत्री की सुरक्षा विशेष सुरक्षा समूह का डोमेन है, जिसे एसपीजी अधिनियम में “सशस्त्र बल” के रूप में वर्णित किया गया है। एसपीजी अधिनियम 1988 में अस्तित्व में आया और निकाय कैबिनेट सचिवालय के तहत कार्य करता है। इस अधिनियम में भारत के प्रधानमंत्री के साथ-साथ उन लोगों को “निकट सुरक्षा प्रदान करने” के प्रावधान हैं, जो पहले इस पद पर रहे हैं। 6 जनवरी को, फिरोजपुर के पास प्रदर्शनकारियों द्वारा नाकेबंदी के कारण पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर फंस गया था। जिसके बाद वह एक रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से लौट आए।