केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों—पूर्णिया, अररिया, कटिहार, और किशनगंज—की तेजी से बदल रही जनसांख्यिकी पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इन चार जिलों में अल्पसंख्यकों की आबादी 50 प्रतिशत से अधिक हो गई है, जो एक गंभीर चुनौती है। सिंह ने बताया कि न केवल बिहार, बल्कि देश के अन्य 20 जिलों में भी ऐसी ही स्थिति है, जहां अल्पसंख्यक समुदाय तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने सभी सनातनी हिंदुओं से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब सभी सनातनी एक साथ आएं और धर्म को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, “हमारा धर्म ही हमें सिखाता है कि यदि हम अपने धर्म की रक्षा करेंगे, तो धर्म हमारी रक्षा करेगा।” सिंह ने यह भी कहा कि जब तक सनातनी हिंदुओं का बहुमत है, तब तक लोकतंत्र सुरक्षित है।
मंगलवार को अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पूर्णिया, अररिया, कटिहार, और किशनगंज जैसे जिलों को अल्पसंख्यक समुदाय टारगेट कर रहा है। इस स्थिति को देखते हुए विभिन्न हिंदू संगठनों की एक बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें विश्व हिंदू परिषद, धर्म जागरण, बालाजी संगठन, जनसंख्या समाधान फाउंडेशन, और सीमा जागरण मंच शामिल होंगे।
यह बैठक 18 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी, जिसमें भागलपुर, नवगछिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज और अररिया के जिलों में एक-एक दिन के कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों का मुख्य विषय बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार और बलात्कार को लेकर होगा, जिसका नारा होगा, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार, बलात्कार को नहीं सहेगा हिंदुस्तान।”
इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में बिहार का भ्रमण किया जाएगा, और तीसरे चरण में इसे उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कराया जाएगा। गिरिराज सिंह ने चेतावनी दी कि यदि हिंदू अब भी एकजुट नहीं हुए, तो यह विस्फोटक स्थिति देश के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।
केंद्रीय मंत्री ने इस मौके पर बताया कि भारत में ऐसे 148 जिले हैं, जहां 20 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक आबादी हो गई है। 308 जिलों में 1300 ऐसे स्थान हैं, जहां 2013 के आंकड़ों के मुताबिक, अल्पसंख्यकों की आबादी 25 प्रतिशत तक पहुंच गई है। सिंह ने इस बढ़ते आंकड़े को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती बताया और हिंदू समाज को इस मुद्दे पर जागरूक और संगठित होने का आह्वान किया