बिहार में जब लोग सरकार से कुछ मांगते हैं तो नीतीश सरकार उन गोलियां दगवाती हैं और लाठियां बरसावाती हैं। बिहार में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति है जो लाठी नहीं खाया हो। यहां सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का मतलब लाठी खाना है। बिहार में अब जंगलराज की जगह अब नीतीशराज बोला जाना चाहिए। यहां तो कानून की किताबें जला देनी चाहिए। आईपीसी की सारी धराएं खत्म कर देनी चाहिए। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोलते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि कटिहार में प्रशासन के लोगों ने किसानों की हत्या की है और सरकार हाथ पर हाथ धरे हुए हैं।
नीतीश कुमार विपक्षी दलों की बैठक में व्यस्त
चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों की बैठक में व्यस्त हैं, लेकिन किसानों से मिलने का उनके पास समय नहीं है। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ गृहमंत्री भी है। इसलिए सीएम नीतीश को खुद जाकर घटनास्थल पर सबकुछ देखना चाहिए। इनकी सरकार लाठी-डंडों और गोली से बात कर रही है। नीतीश सरकार में बिहार के हितों में कोई कसम नहीं हुआ। शिक्षक की बहाली में लगातार देर हो रही है। रोज नए-नए नियम बदल रहे हैं, जिससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानी हो रही है। चिराग ने दिल्ली की राज्यपाल द्वारा आयोजित रात्रिभोज का जदयू और राजद के सांसदों द्वारा बहिष्कार करने को एक गंभीर मसला करार दिया। चिराग ने कहा कि यह सही नहीं है।