लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर जदयू पिछड़ों का वोट पाने की कवायद कर रही है। पार्टी द्वारा वैश्य समाज को अपनी ओर खींचने के लिए हाटे बाजार-नीतीश कुमार अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में रविवार को पार्टी कार्यालय में व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों, संगठन जिलाध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों की बैठक हुई थी। प्रदेश कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ का कहना है कि ‘हाटे बाजार-नीतीश कुमार’ अभियान को बिहार के हर हाट और बाजार तक पहुंचाएंगे।
हर दिन भ्रम फैलाते हैं भाजपा के लोग
ललन ने कहा, भाजपा वाले हर दिन भ्रम फैलाते हैं। जबकि, हमारे नेता नीतीश विकास के काम में लगे रहते हैं। मुख्यमंत्री वोट की नहीं, बल्कि वोटरों की चिंता करते हैं। हमें वैश्य समाज को भाजपा के भ्रमजाल से निकालना है। विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा, वैश्य समाज का हितैषी होने का दावा करने वाली भाजपा ने समाज को ही किनारे लगाया है। भाजपा ने खुदरा व्यापारियों के लिए राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति बनाने और किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर व्यापारी क्रेडिट कार्ड लाने का वादा किया था, लेकिन यह खोखला साबित हुआ।
भीम संसद का भी किया था आयोजन
बता दें इससे पहले जेदयू ने भीम संसद आयोजित किया था। उसके जरिए महादलितों और दलितों को साधने की कोशिश हुई थी। कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर अति पिछड़ा महासम्मेलन की तैयारी भी चल रही है। यह 24 जनवरी को आयोजित होने की संभावना है।