लखनऊ शहर के तुलसी नगर निवासी पुजारी मत्स्येंद्र गोस्वामी पर अजान के दौरान हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वहीं पुजारी ने पुलिस पर उचित जांच के बिना उसके खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और कहा है कि उसके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। पुजारी गोस्वामी ने इन आरोपों से इनकार किया कि उन्होंने हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिला अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को न्याय की मांग करते हुए पत्र भी भेजा है।
पुलिस ने बिना सच्चाई जाने कार्रवाई की
पुजारी ने का कि स्टेशन रोड पर मस्जिद के सामने मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, लेकिन लाउडस्पीकर का किसी भी तरह से उपयोग नहीं किया गया था। जिला अधिकारियों और कोतवाली पुलिस ने बिना सच्चाई जाने कार्रवाई की है जिससे संत समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं। किसी ने सिटी मजिस्ट्रेट को झूठी शिकायत की, जिसके बाद क्षेत्र की शांति भंग करने के लिए मेरे ऊपर कार्रवाई की गई। मैं गांधी चबूतरे पर आमरण अनशन पर बैठा हूं और मुख्यमंत्री, जिला अधिकारियों और वरिष्ठों को पत्र भी लिखा है।
शिकायत दर्ज होने के बाद कार्रवाई की गयी
कोतवाली थाना प्रभारी शिव कुमार राठौर ने बताया कि पुजारी के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद कार्रवाई की गयी है। पुलिस अधिकारी ने कहा, मोहल्ला तुलसी नगर निवासी पुजारी मत्स्येंद्र गोस्वामी ने 19 अप्रैल को स्टेशन रोड स्थित मस्जिद के सामने कथित तौर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया था। इसके लिए बुधवार को उनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है।
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