बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि बिजली स्मार्ट मीटर को लेकर आम जनता में भ्रम फैलाने के लिए विपक्ष हर रोज नए हथकंडे अपना रहा है। वर्ष 2005 से पहले गरीबों की झोपड़ी में बिजली की पहुंच सिर्फ कपोल कल्पना माना जाता था। वहीं, आज नीतीश सरकार में ‘हर घर बिजली’ योजना के तहत सुदूर गांवों तक निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो रही है।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2005 तक बिहार में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या महज 17 लाख थी। जो कि आज बढ़कर 2 करोड़ 7 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में यह रिकाॅर्ड इजाफा माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति और सतत प्रयास का नतीजा है। 15 वर्षों के शासन में राजद ने कभी गरीबों के घर तक बिजली पहुँचाने का कोई प्रयास नहीं किया था।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद की सरकार में बिजली का आना एक उत्सव के रूप में देखा जाता था लेकिन आज प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 23 से 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 21 से 22 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। प्रति व्यक्ति बिजली की खपत भी 70 यूनिट से बढ़कर अब 360 यूनिट हो चुकी है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति के मामले में बिहार आज देश के कई समृद्ध राज्यों से आगे खड़ा है और पूरे प्रदेश के लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को लालटेन युग से बाहर निकाल कर बिजली के क्षेत्र में नया मानक स्थापित किया है। बिजली उपभोक्ताओं के आर्थिक सहूलियत हेतु राज्य सरकार द्वारा को 15,343 करोड़ रुपये का अनुदान राशि भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली स्मार्ट मीटर को लेकर विपक्षी दलों का विरोध राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है।