जीतनराम मांझी की हम पार्टी द्वारा आज 5 जनवरी को प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों की पटना में बैठक बुलाई गई। जीतनराम के बेटे संतोष मांझी से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि आज सभी जिला अध्यक्षों को बुलाकर हमने सूबे के सारे जिलों की समीक्षा की। इसमें ये पाया गया कि करीब बीस से पचीस ऐसे जिले हैं, जिसमे पंचायत स्तर तक हमारी तैयारी हो चुकी है। वहीँ बाकी जिलों के लिए हमने अध्यक्षों को पंचायत और बूथ स्तर तक मजबूत करने का निर्देश दिया है। सारे जिलों में हम पार्टी के पैठ को बढ़ाने के लिए हमने सदस्यता अभियान को भी मजबूत करने का दिशा निर्देश दिया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग हमारे साथ जुड़ सकें। संतोष मांझी ने कहा कि इसके अलावे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कान्सटीच्युशनल क्लब में भी 11 जनवरी को एक अधिवेशन करने जा रहे हैं, जिसमे जिला अध्यक्षों और कमिटी सदस्यों के साथ हमारी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर मीटिंग होगी। साथ ही आगामी 10 फ़रवरी को पटना में ही हमारा एक महासम्मेलन होगा, जिसमे जिलाध्यक्षों के साथ मिलकर सारी चीज़ों पर बिन्दुवार समीक्षा होगी। फिलहाल वो स्थान पटना में कहाँ होगा, ये तय नहीं किया गया है। आशा यही है कि हमारे कार्यकर्त्ता हजारों की संख्या में जमा होंगे।
2024 के लोकसभा चुनाव को संतोष मांझी से सवाल पूछा गया कि हम पार्टी कितने सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है ,जिसपर उन्होंने कहा कि अभी ये तय नहीं हुआ है। चूंकी हमारी ये पार्टी भी एनडीए की एक सम्म्मानित सदस्य पार्टी है ,इसीलिए उम्मीद है कि हमें उस सम्मान के साथ ही सीटें प्रदान की जाएँगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल 10-12 सीटों पर हमारी पार्टी की तैयारी पुख्ता है। पर इसका कतई मतलब नहीं कि हम इतने सीटों की मांग कर रहे हैं। मोदी जी को फिर से पीएम बनाने केलिए हमारी पार्टी कितनी भी सीटों पर लड़ सकती है, कोई भी कुर्बानी दे सकती है।
वहीँ इंडी गठबंधन के बारे में पूछने पर संतोष मांझी ने कहा कि गठबंधन में अन्दर ही अन्दर दरार उभर रहा है और कब ये गठबंधन टूट जाए ,ये कोई नहीं कह सकता। राजद और जदयू ,दोनों ही बड़े भाई के रोल में नज़र आना चाहती हैं। दोनों को ही ज्यादा से ज्यादा सीटों की दरकार है। संतोष मांझी ने तंज़ कसते हुए कहा कि इंडी गठबंधन में 26 पार्टियाँ हैं और 26 प्रधानमंत्री उम्मीदवार है। सबसे पहले देखा जाये तो मुख्यमंत्री नीतीश ही खुद पीएम बनना चाहते है। आप देखिएगा , 10 दिन के अंदर टूट जाएगा ये गठबंधन।