प्रशांत किशोर दो दिन बाद तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का वीडियो जारी करेंगे। मीडिया संवाद कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ लोग वीडियो को फेक बात रहे हैं। मैं उनकी जानकारी के लिए बात दूं कि कुछ पत्रकारों ने गलती की और उस घटना में 2-3 वीडियो किसी अन्य घटना की चला दी, जिसको संदर्भ बनाकर कुछ लोग उसको फेक बात रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा मे कहा कि गलत वीडियो है, लेकिन मैं अभी दो दिन बाद सही वीडियो भी जारी करूंगा। कुछ लोग इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना में सच्चाई है कि जो लोगों बिहार से वहां रोजगार के लिए गए हैं, उनके साथ मारपीट हुई है। बिहार के जो भी नेता इस मामले को गलत साबित करने मे लगे हुए हैं कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उनके लिए दो दिनों में वीडियो जारी करूंगा।
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नीतीश कुमार चुनाव हारने के बाद भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार एक ऐसे नेता थे जो 2014 में लोकसभा चुनाव नहीं हारे थे, लेकिन फिर भी राजनीतिक नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 2014 में नीतीश कुमार चुनाव नहीं हारे थे, बल्कि उनकी पार्टी चुनाव हारी थी। उनके सांसदों की संख्या घटकर 2 हो गई थी और उन्होंने इस्तीफा देकर मांझी जी को मुख्यमंत्री बनाया था। आज वही नीतीश कुमार सिर्फ 42 विधायकों के साथ उसी कुर्सी पर फेविकोल लगाकर बैठे हैं। चाहे इसके लिए वो राजद के साथ गठबंधन बनाए या फिर कमल का हाथ पकड़ लें।
बेरोजगारी और पलायन बिहार की सबसे बड़ी समस्या
प्रशांत किशोर ने बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में जलजमाव, नदियों के कटाव या बाढ़ की समस्या है, उन क्षेत्रों में पलायन की समस्या ज्यादा है। जहां पर बाढ़ की समस्या नहीं है वहां पलायन कम है। लेकिन पलायन करीब-करीब बिहार के सभी जिलों की समस्या है। कम से कम 1 पंचायत में 1 हजार लड़के ऐसे हैं, जो कामकाजी उम्र के हैं और हर पंचायत से 500 से 1 हजार लड़के बिहार से बाहर जाकर मजदूरी कर रहे हैं। आमतौर पर समझा जाता है कि बेरोजगारी और पलायन गरीब लोगों के लिए समस्या है, लेकिन देखने में ये आया है कि मध्यवर्गीय परिवारों मे भी बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। बिहार में ज्यादातर लोगों ने मान लिया है कि परिवार का युवा परिवार के साथ रह ही नहीं सकता है, क्योंकि रोजगार की तलाश में वो बिहार से बाहर जाता है।
5 मार्च को सिवान में जन सुराज अभियान का जिला अधिवेशन
जन सुराज पदयात्रा के 154वें दिन की शुरुआत सिवान जिले के डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद स्टेडियम स्थित पदयात्रा शिवर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। उसके बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से संवाद किया। 5 मार्च को जन सुराज अभियान का सिवान जिला अधिवेशन है। इस कार्यक्रम में पूरे जिले से जन सुराज अभियान से जुड़े हजारों लोग शामिल होंगे और जन सुराज की आगे की रणनीति पर महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे। अधिवेशन से पूर्व प्रशांत किशोर ने मीडिया के साथ संवाद में अपने पदयात्रा का अनुभव साझा किया। जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर 2 अक्तूबर 2022 से लगातार पदयात्रा के माध्यम से बिहार के गांवों में दौरा कर रहे हैं। उनकी पदयात्रा अबतक 1600 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुकी है। पश्चिम चंपारण से शुरू हुई पदयात्रा शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज होते हुए सिवान पहुंची थी। जन सुराज पदयात्रा अगले कुछ दिनों में सारण जिले में प्रवेश कर जाएगी।