बोचहां विधानसभा उपचुनाव में जबरदस्त जीत के बाद राजद में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी इसे जनता और मुद्दों की जीत कह रहे है। हालांकि अब उन्होंने लेफ्ट के बड़े नेताओं से मुलाकात करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर अपनी बात से मुकरने का आरोप लगाया है। तेजस्वी का कहना है कि मुख्यमंत्री अब विशेष राज्य के दर्जे दिलाने की कोई बात नहीं करते। उन्हें तो ना जाने क्यों इसकी ज़रूरत ही महसूस नहीं होती?
लेफ्ट के बड़े नेताओं से मुलाकात
बता दें कि तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिए कहा कि पटना में सीपीआई के महासचिव आदरणीय डी राजा, राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान और बिहार सचिव राम नरेश पांडे के साथ हुई लंबी बैठक में देश के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर बात की गई है। साथ ही उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे पर सीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि सीएम नीतिश कुमार खुद ही अपने सियासी जरुरत, सुगमता और हित साधने के अनुसार विशेष राज्य का मुद्दा उठाते है तो कभी अधिकार रैली निकालते है। फिर उन्हीं मुद्दों के लिए कहते है कि अब इसकी कोई जरुरत नहीं है। जबकि बिहार सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है फिर भी उन्हें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाना जरुरी नहीं लगता।
ट्वीट के जरिए सीएम पर किया वार
दरअसल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि बिहार के मुख्यमंत्री का कहना है कि अब राज्य को विशेष राज्य के दर्जे की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि वो खुद सरकार में है। जबकि उनकी 17 वर्षों की सरकार के नीति आयोग की रिपोर्ट्स के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में बिहार सबसे फिसड्डी और पिछले पैदान पर है और बेरोजगारी, गरीबी और पलायन में सबसे आगे है। बता दें कि तेजस्वी यादव बहुत वक्त से विशेष राज्य के दर्जे की मांग करने में लगे हुए है। वहीं इस मुद्दे से सीएम नीतीश भी सहमत थे और बार बार इस मुद्दे को उठाया जा रहा था। साथ ही कुछ दिनों पहले जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी विशेष दर्जे को बेहद जरुरी बताया था।
राजनीतिक उथल पुथल जारी
जहां एक तरफ पहले सीएम विशेष राज्य के दर्जे की लगातार मांग कर रहे थे। वहीं अब उन्होंने बीते दिनों जनता दरबार के दौरान अपने एक संबोधन में विशेष राज्य के दर्जे को बिहार के लिए जरुरी नहीं बताया। जिसके बाद से ही सियासी गल्यारों में उथल पुथल मच गई है। साथ ही विपक्ष के नेता उनपर हमलावर होते हुए अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे।