बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने हाजीपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति अब ठीक नहीं है, और यही कारण हो सकता है कि उनके बेटे, निशांत कुमार, को राजनीति में उतारा जा सकता है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि निशांत का राजनीति में स्वागत है, लेकिन उन्हें याद दिलाया कि नीतीश कुमार वही नेता हैं जो 2024 के चुनाव में परिवारवाद के खिलाफ भाषण दे रहे थे, और अब उनका अपना परिवार राजनीति में आ रहा है।
तेजस्वी ने अपनी राजनीति यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि जब वे राजनीति में आए थे, तब उनके पास सत्ता नहीं थी, और उन्होंने चुनावी क्षेत्र में संघर्ष करते हुए अपनी जगह बनाई। उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वर्तमान मंत्रिमंडल में लगभग 80 प्रतिशत मंत्री परिवारवाद से जुड़े हुए हैं।
पार्टी पर हाईजैकिंग का आरोप
तेजस्वी यादव ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के संस्थापक शरद यादव का जिक्र करते हुए यह भी आरोप लगाया कि पार्टी को कुछ अलग विचारधारा वाले लोग हाईजैक करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में ऐसे लोग हैं जो अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उसे अपनी मर्जी से चला रहे हैं।
संगठन को मजबूत करने की योजना
हाजीपुर में आयोजित कार्यकर्ता दर्शन सह जन संवाद कार्यक्रम में तेजस्वी ने राजद के पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर के नेताओं से मिलकर संगठन को और मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा की। इस कार्यक्रम में महिलाओं से विशेष संवाद भी किया जाएगा, जिसमें “माई बहीन मान सम्मान योजना” जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत होगी। इसके साथ ही, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने की योजना और युवाओं को रोजगार देने के वादों पर भी चर्चा की जाएगी।
तेजस्वी का मुख्य उद्देश्य
तेजस्वी यादव का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों में एक मजबूत सरकार का गठन करना है। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की कि वे साथ मिलकर एक ऐसी सरकार बनाए जो विकास और सामाजिक न्याय पर आधारित हो, और जिसमें हर वर्ग की आवाज सुनी जाए।
तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नई हलचल का संकेत है, और यह आगामी चुनावों के लिए तैयार हो रहे राजनीतिक परिदृश्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है।