पूरे बिहार में 1 अक्टूबर से लोगों के लिए एक सुविधा फ्री में लागू होने जा रही है। इसमें लोगों को ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं जैसे जर्जर पुल-पुलिया, जाम, धरना, ब्लैकस्पॉट और खतरनाक मोड़ की जानकारी एप के जरिए मिलेगी। इस मैप का नाम माई इंडिया है। इसी से सारी जानकारी मिलेगी।
इस एप के जरिए सड़क नेटवर्क की वर्तमान स्थिति जैसे- जल जमाव, ग्रिडलॉक, ट्रैफिक लाइट की विफलता, सड़क बंद होना और डायवर्जन। जर्जर पुल-पुलिया आदि की भी जानकारी। देगा। आकस्मिक स्थिति जैसे-जुलूस, विरोध प्रदर्शन, रैली, वीआईपी मूवमेंट, दुर्घटनाएं आदि की सूचना भी देगा। सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारी जैसे-ब्लैकस्पॉट, खतरनाक मोड़, निर्धारित गति सीमा, स्पीड ब्रेकर, फ्लाइओवर, दुर्घटना की सूचना, दुर्घटना संभावित स्थलों की सूचना। डायवर्जन के लिए कम से कम दूरी वाले सुरक्षित सड़क मार्ग की जानकारी भी इस एप पर ही लोगों को मिल जाएगी।
ट्रॉमा सेन्टर, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पम्प, रेलवे स्टेशन, टूरिस्ट पैलेस, धार्मिक स्थल, पार्किंग क्षेत्र, सीसीटीवी कैमरा का पोजिशन आदि। राज्य में होनेवाले किसी भी पर्व त्योहार, धार्मिक अनुष्ठान, राजनीतिक रैलियों, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि के मौकों पर ट्रैफिक रूट में बदलाव की सूचना भी आसानी से मिल जाएगी। एप के लिए वैकल्पिक मार्ग भी आप जान सकेंगे। एप में बेसिक मैप की सुविधा भी है। देश में अभी इस एप से 20 लाख लोग जुड़े हैं।
वहीं, जैसे हम अभी के समय में वॉट्सएप पर लाइव लोकेशन या करंट लोकेशन शेयर कर घर की जानकारी किसी को देते हैं कि कहां आना है और कैसे आना है। लाइव लोकेशन मैप के जरिए हमारे घर तक लाता है। वैसे ही इस एप में एक छह अंकों का कोड दिया जाएगा। जैसे- ‘AC234’, जो हर व्यक्ति का अलग-अलग होगा। कोई आपके घर आ रहा है तो उन्हें यही कोड देना होगा। कोड का उपयोग नेविगेशन में कर वो पहुंच जाएंगे। फिलहाल, जब इस एप का इस्तेमाल लोग करेंगे तो इसे और बेहतर तरीके से समझ सकेंगे।
ट्रैफिक एडीजी सुधांशु कुमार और मैप माई इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट मार्केटिंग सैयद अली इमाम रिजवी के बीच एक साल के लिए एमओयू साइन हुआ है। पंजाब, उत्तराखंड और यूपी के बाद बिहार चौथा राज्य होगा जहां इस एप की सुविधा मिलेगी। देश के कुछ शहरों जैसे राजकोट, कुरुक्षेत्र, जयपुर और बेंगलुरु में भी यह की सुविधा उपलब्ध है।