इन दिनों बेतिया में अफ्रीकन स्वाइन फीवर बहुत तेजी से फैला रहा है। बता दें कि ये फीवर सूअरों में फैल रहा है, जिससे बीते 6 दिनों 8 सूअरों की मौत हो गई है। स्थानीय लोगों में इसको लेकर दहशत का माहौल है।
यहाँ मिले मरे सूअर
बेतिया जिले के सिकटा बाजार में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आ रहे हैं। स्थानीय बाजार के शंकर जयसवाल के घर के पीछे शुक्रवार को एक सुअर मरा पाया गया। उमेश सर्राफ के खाली जमीन पर कचरा के ढेर एक मरा मिला था। मंटू सर्राफ के घर के बगल वाली रास्ता में भी एक सुअर मरा था। सिकटा बाजार के गोपाल साह, जयप्रकाश चाट वाले, अनील साह, मंटू सर्राफ, संतोष कुमार, विरू साह आदि ने बताया कि वही घोड़सहन नहर के दक्षिण गणेश पटवा के घर वाली गली में गनपत सोनार के घर के पीछे गुरूवार को एक सुअर मर गया था। शुक्रवार को उपेन्द्र वर्णवाल के घर के समीप एक मृत पाया गया था।
स्थानीय लोगों की शिकायत
स्थानीय निवासी रिंकू कुमार, रमेश वर्णवाल,श्यामसुन्दर पटवा, महेन्द्र महतो आदि ने कहा कि बीते चार दिनों से सुअरों के मरने की बात सामने आ रही है। पहले एक दो मरे तो लगा कि कुछ कहा लिया होगा। जिससे कारण उनकी मौत हो गई। लेकिन मामले लगातार बढ़ाते रहे। डर है कि कहीं ये संक्रमण मानव में भी ना फैल जाए। इस बीच मृत सुअरों के डेडबॉडी फेंकने के लिए सुअर पालक मनमानी पैसे लेकर फेंक रहें है। एक को डिस्पोजल करने के लिए डेढ से दो हजार रूपये देने पड़ रहें है। इसे लेकर लोग परेशान है।
प्रखंड प्रशासन हुआ सक्रीय
घटना की खबर मिलते प्रखंड प्रशासन सक्रीय हो गया है। शनिवार की सुबह बीडीओ मीरा शर्मा व पशुपालन पदाधिकारी डा राकेश कुमार शर्मा ने सिकटा बाजार व महादलित वस्ती में पहुंच घटना का जायजा लिया। फिर उन्होंने बताया कि यह अफ्रीकन स्वाइन फीवर हो सकता है। इसके लिए रिपोर्ट जिला में भेजा जा रहा है। यह बिमारी सिर्फ सुअर से सुअर में ही होता है। इसमें एकाएक फीवर 107 से 108 डिग्री फारेनहाइट तक होता है। सुअर हाफने लगतें है। इस वायरस के चपेट में आने पर मृत्यु तय है। हाल ही में इस तरह का शिकायत पूर्वी चम्पारण के रक्सौल में मिला था। वहा भोपाल व कोलकाता से आयी टीम ने अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि किया था। इसके पुष्ट होने पर एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले संक्रमित सुअरों को इंजेक्शन देकर मार देने का विधान है।