बिहार पुलिस मुख्यालय ने रमज़ान, होली और होलिका दहन को लेकर सभी जिलों को अलर्ट जारी करते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। इस बाबत एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने सभी क्षेत्रीय डीआइजी और आइजी को पत्र लिखकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें होलिका दहन और होली पर विवाद के संभावित कारण बताते हुए उससे निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। उग्रवाद प्रभावित जिलों में भी विशेष निगरानी बरतने को कहा गया है। शरारती और असामाजिक तत्वों से कड़ाई से निबटने के लिए सघन गश्ती, चेकिंग और छापेमारी अभियान चलाने को कहा गया है।
संवेदनशील जगहों पर रहेगी पुलिस की नजर
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में होली को लेकर संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर वहां पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करने को कहा है। उपद्रवियों से निबटने के लिए दंगा निरोधी दस्ता का गठन करने और पुलिस बल के लिए पर्याप्त संख्या में हेलमेट, लाठी व अन्य सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करने को कहा गया है। विवादित स्थल पर होलिका दहन करने को लेकर होने वाले विवाद को लेकर भी चौकस रहने को कहा गया है।
अलर्ट मोड पर पटना जिला प्रशासन
इधर राजधानी पटना भी अलर्ट मोड पर है। पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक व एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि होली में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। जिले में 592 जगहों पर 41 वरीय मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में 489 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है। साथ ही पुलिस पदाधिकारियों, सशस्त्र बल व लाठी बलों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हुडदंग करने वाले पर कार्रवाई होगी।
मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
पटना के डीएम ने कहा कि पूरे जिले में आदर्श आचार संहिता लागू है। इसके तहत धारा-144 के तहत पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू है। पटना सदर में 94, पटना सिटी में 176, दानापुर में 66, बाढ़ में 143, मसौढ़ी में 55 व पालीगंज अनुमंडल में 58 जगहों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी अनुमंडल के नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त रहेंगे. पटना सदर अनुमंडल क्षेत्र में पांच गश्ती दल पेट्रोलिंग करेगा।
क्विक रिस्पांस टीम व मोबाइल पार्टी सक्रिय
आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम व मोबाइल पार्टी सक्रिय रहेगी. मोटरसाइकिल गश्ती दल गतिविधियों पर नियंत्रण रखेगा। अगजा की ऊंचाई सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से होना चाहिए। सहायक आयुक्त उत्पाद, सभी एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को निगरानी रखने का निर्देश दिया। आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ व आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस रहेगा। आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व अनुमंडलीय अस्पतालों को चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मियों के साथ अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया।
आपात स्थिति में सूचना देने के लिए नंबर जारी
- जिला नियंत्रण कक्ष दूरभाष संख्या : 0612-2219810/0612-2219234
- आपात नंबर सेवा 112
- पुलिस नियंत्रण कक्ष की दूरभाष संख्या डायल 100 व हेल्प लाइन नंबर : 9470001389