पूर्णिया सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) लोकसभा सत्र के बीच रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र पूर्णिया पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात की। पप्पू यादव ने कहा कि मखाना का बड़ा हब कोसी और दरभंगा है, जो पूरे विश्व को आपूर्ति करता है। लेकिन आज तक मखाना पर MSP लागू नहीं हुआ। पप्पू यादव ने कहा कि कोसी और सीमांचल के किसानों का आर्थिक विकास मेरा संकल्प है। इसके लिए जो भी करना पड़ेगा करेंगे। उन्होंने कहा कि दरभंगा, मधुबनी के बाद पूर्णिया-कटिहार और कोसी मखाना के उत्पादन के लिए काफी चर्चित है।
अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी जाएगी
मखाना किसान उत्पादन करते हैं लेकिन उनके उत्पाद का सही मूल्य नहीं मिल पाने के कारण उनका मन खट्टा रहता है। केंद्र और राज्य की सरकार मखाना किसने की मेहनत की रक्षा कैसे करें इस पर कुछ नहीं सोचते। मक्का की तरह मखाना का आज तक एमएसपी तय नहीं हुआ। किसान लाचार होकर 300 सौ से साढे चार सौ की दर से मखाना बेच देते हैं और स्टॉकिस्ट इस स्टॉक कर लेता है। बाद में कालाबाजारी की तर्ज पर इसे ₹1200 तक में बेचा जाता है। किसानों के हित के लिए हमने सरकार को चिट्ठी लिखा है और स्टॉकिस्ट के बारे में जानकारी दी है। इस मामले को सदन में उठाया जाएगा और अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मक्का और मखाना आधारित उद्योग लगाने के लिए मंत्री से मुलाकात किया है। उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध पर चर्चा करते हुए कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है। राज्य में बड़े पैमाने पर पोस्टिंग का व्यवसाय चल रहा है। 3 महीने के अंदर हम अपराध का पीत पत्र लाएंगे। नीतीश जी का जब तक शरीर मजबूत था तब तक इकबाल बचा था। उन्होंने कहा कि अपराध को बढ़ावा किसने दिया? सरकार में पिछले 20 वर्षों से 10-15 अधिकारी कुंडली मारे हुए हैं।
बिजली के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे बिजली को बड़े ही टेक्निकल ढंग से दूसरे राज्यों को बेच दिया गया। शहर को 70 मेगावाट की जरूरत है तो ग्रामीण क्षेत्र को 365 मेगावाट की। ग्रामीण क्षेत्र के लिए बिजली मंत्री से बात की गई है और उन्होंने आश्वासन भी दिया है। बिजली का जितना उत्पादन होना चाहिए उतना नहीं हो रहा है। इन तमाम मसलों पर हमारी लड़ाई जारी रहेगी।