मुद्दों पर समर्थन और विरोध के बीच BJP-JDU की खटास अलग ही लेवल पर जा रही है। भाजपा का बिहार नेतृत्व JDU के राष्ट्रीय नेतृत्व को फूटी आंख नहीं सुहा रहा है। भाजपा अगर बिहार सरकार के मंत्री के काम पर सवाल उठाती है तो जदयू का राष्ट्रीय नेतृत्व भाजपा के बिहार नेतृत्व के खिलाफ खुलेआम उतर जा रही है। जदयू की कोशिश है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर प्रहार किए बिना बिहार में भाजपा नेताओं को काबू में रखा जाए।
संजय-उपेंद्र फिर भिड़े
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर भिड़ गए हैं। भिड़ने का प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया ही है। डॉ. जायसवाल ने लिखा कि बिहार में केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन मुहैया कराने को लेकर आंदोलन कर रहे थे। लेकिन बाद में यह आंदोलन तब खत्म हो गया जब नेता जी खुद सफल हो गए। इस पोस्ट में उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा का नाम नहीं लिखा। लेकिन इशारा उनकी ही ओर था।
उपेंद्र ने किया पर्सनल अटैक
संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा की जदयू में वापसी को उनके लिए सफलता बताया। तो उपेंद्र कुशवाहा बुरी तरह भड़क गए। संजय जायसवाल को टैग करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मेरी जिस सफलता की बात आप कर रहें हैं न, उससे बड़ी-बड़ी कुर्सियों को त्यागकर यहां तक पहुंचे हैं। उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रुके। संजय जायसवाल पर पर्सनल अटैक करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी तरह मुझको राजनीति में अनुकंपा में कुछ नहीं मिला है। अगर ज्ञान न हो, तो मेरे राजनीतिक सफर के पन्नों को ही पलट कर देख लीजिए।
इससे पहले ललन भी भड़के थे
उपेंद्र कुशवाहा जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के नेता हैं। लेकिन बीते दिनों में कई बार भाजपा के बिहार अध्यक्ष के बयानों से सीधा टकरा गए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ही नहीं संजय जायसवाल के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि वे मानसिक संतुलन खो चुके हैं।