बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीपी ओझा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान राज्य में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और राजनीति व अपराध के गठजोड़ के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए ख्याति पाई थी।
डीपी ओझा विशेष रूप से उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने सीवान के तत्कालीन सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। उनकी निडरता और निष्पक्षता के कारण वे राज्य की जनता के बीच लोकप्रिय हो गए थे।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में अपना लंबा और सफल करियर बिताने के बाद ओझा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी।
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