हैरान करने वाली खबर गोपालगंज से सामने आई है। यहां माता-पिता की एक गलती से बेटे की जान चली गई है। बेटे की शरारती हरकतों से तंग आकर कलयुगी मां-बाप ने 12 साल के बच्चे की हत्या कर दी। वारदात के बाद पुलिस से बचने के लिए शव को गांव के ही तालाब में फेंक दिया था, ताकि बाद में डूबने से मौत होने का रूप दिया जा सके। इसके बाद घटना के दूसरे दिन मृतक मासूम शिवम कुमार के पिता ने थावे थाने में बेटे के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी। काफी छानबीन के बाद पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल किये गये रस्सी और अन्य साक्ष्य को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
बाप ने उगला सारा सच
गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि थावे थाना क्षेत्र के एकडेरवा गांव निवासी शंभु सिंह ने 19 मार्च को अपने पुत्र 12 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार की घर में हत्या करने के बाद 20 मार्च को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी थी। पुलिस जांच कर रही थी, तभी 21 मार्च को सुबह लापता शिवम कुमार का शव तालाब में मिला। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया गया, जिसमें गले पर रस्सी का निशान और शरीर पर जख्म मिला। लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आयी, जिसके बाद जांच और कार्रवाई के लिए प्रशिक्षु डीएसपी साक्षी राय के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया।
यह है पूरा मामला
वहीं पुलिस की पूछताछ में शिवम के आरोपी पिता ने बताया कि बेटा शरारती हरकतें करता था. पांच भाई-बहनों में बड़ा था, इसलिए मां-बाप का लाडला और दुलारा था। लेकिन बार-बार बच्चों के साथ मारपीट करने की शिकायत मिलने से मां-बाप परेशान हो चुके थें। 19 मार्च को भी शिवम की घर पर शिकायत आई थी। जिसके बाद शराब के नशे में उसके पिता शंभु सिंह पहुंचे और बेटे की पिटाई करने लगे। पिता के पहुंचने से पहले उसकी मां छोटी देवी पिटाई कर चुकी थी।
बावजूद नहीं मानने पर उसके पिता ने शराब के नशे में रस्सी का फंदा बनाकर शिवम कुमार के गले में डाल दिया। डराने के लिए फांसी पर लटकाने की कोशिश करने लगा, लेकिन शराब के नशे में चूर होने पर उसे समझ नहीं आया और इस तरह बेटे को डराने के बजाय उसे मौत के घात में उतार दिया।