विधानमंडल हो या सदन, दोनों के सदस्यों के बीच में आवास को लेकर मारामारी पुरानी बात है। हर सदस्य बेहतर, बड़ा और मशहूर आवास चाहता है। लेकिन बिहार में इसकी व्यवस्था सीमित होते जा रही है। राज्य सरकार ने सभी सदस्यों के लिए बड़े आवास की जगह फ्लैटनुमा आवासों की व्यवस्था की है। लेकिन इसको लेकर भी किचकिच चालू है। ताजा मामला RJD की MLC मुन्नी रजक से जुड़ा है। सदन की सदस्यता तो मुन्नी रजक को मिल गई है लेकिन आवास अब तक नहीं मिला है।
MLC ने लगाया आरोप
मुन्नी रजक ने अपने आवास के आवंटन को राजनीति का मुद्दा बना दिया है। मुन्नी देवी का कहना है कि लालू प्रसाद ने मुझे सड़क से उठाकर उच्च सदन विधान परिषद में भेज दिया है लेकिन सरकार के लोग आवास नहीं दे रहे हैं। दरअसल, मुन्नी रजक को जो आवास आवंटित हुआ है, वहां अभी भी जदयू के पूर्व एमएलसी सीपी सिन्हा रह रहे हैं।
42 नंबर आवास आवंटित
विधान परिषद की ओर से मुन्नी रजक को आर ब्लॉक के पास ही 42 नंबर आवास आवंटित हुआ है। आवास आवंटित हुए 15 दिन हो गए हैं लेकिन इसमें अभी भी वहां पूर्व एमएलसी सीपी सिन्हा रह रहे हैं। मुन्नी रजक का आरोप है कि आवास आवंटित होने के बावजूद सीपी सिन्हा खाली नहीं कर रहे हैं। हथिया रखे हैं। यह भी कह रहे हैं कि अभी एक साल और रहेंगे।
CP Sinha बता रहे मजबूरी
वहीं मुन्नी रजक के आरोप पर सीपी सिन्हा का कहना है कि मैंने विधान परिषद के सभापति से कुछ महीनों का वक्त मांगा है। बेटे की तबियत ठीक नहीं है। सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए अभी इसी आवास में रहने की अनुमति मांगी। इसलिए अभी तुरंत आवास खाली नहीं कर पा रहे हैं। यही बात मैंने मुन्नी रजक को भी बता दी है।