BPSC पेपर लीक कांड में आरोपी DSP रंजीत रजक की परेशानियां बढ़ने वाली है। बता दें कि इस कांड में उन्हें पहले ही निलंबित कर दिया गया है । फिलहाल वो पुलिस की गिरफ्त में हैं। अब एक अन्य परीक्षा से जुड़े धांधली मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश गृह विभाग ने जारी किया है।
ये हैं पूरा मामला
जिस नए मामले में रंजित रजक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है वो साल 2012 का है। दरअसल साल 2012 रंजीत रजक भागलपुर स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनी डीएसपी के पद पर तैनात थे। इस दौरान उनपर परीक्षा में धांधली करने का आरोप लगा था। जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने उनके पटना स्थित किराए के फ्लैट पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान जूनियर इंजीनियर और ऑडिटर परीक्षा में शामिल कई अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र, प्रवेश पत्र और OMR शीट की कॉपी आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बरामद किया था।
आर्थिक अपराध इकाई दर्ज किया केस
आर्थिक अपराध इकाई ने छ्पेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर 20 अक्टूबर 2012 को रंजीत रजक के खिलाफ केस दर्ज किया था। साल 2015 में आर्थिक अपराध इकाई ने रंजीत रजक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इसी परीक्षा धांधली मामले को लेकर रंजीत रंजन के खिलाफ गृह विभाग ने विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है।