राजनीति में काम और नाम दोनों का अपना महत्व है। कल तक जिस भवन को विपक्ष की उलाहना मिलती थी। आज उसका नाम बदलकर भारत के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने की बात होने लगी है। कुछ ऐसा ही हो रहा है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के साथ। केंद्र सरकार ने जब से सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की शुरुआत की, यह विपक्ष के निशाने पर रहा। लेकिन अब इसके नाम बदलने की मांग विपक्ष की ओर से उठने लगी है।
जीतन राम मांझी ने की मांग
सेंट्रल विस्टा PM नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया जाता रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार नपे राज पथ का नाम भी कर्तव्य पथ कर दिया। तो बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सेंट्रल विस्टा का नाम बदलने की मांग की है। मांझी के अनुसार अभी का नाम गुलामी का प्रतीक है।
बाबा साहब के नाम पर करने की मांग
कभी एनडीए में साथी रहे जीतन राम मांझी इन दिनों मोदी सरकार की विपक्ष की भूमिका में दिख रहे हैं। नीतीश कुमार को पीएम और तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की भविष्यवाणी खुलेआम कर रहे हैं। अब उन्होंने PM मोदी से आग्रह करते हुए लिखा है कि “सेंट्रल विस्टा” का नाम बदलकर “बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर परिसर” किया जाए। उन्होंने आगे लिखा है कि “अंबेडकर” शब्द भारत के कण-कण में विराजमान है।