मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से जहरीली शराब पीकर मरने वालों को मुआवजा देने का ऐलान किया है, तब से बिहार की सियासत गरमाई हुई है। भाजपा इसका क्रेडिट लेने में जुट गई है। बिहार भाजपा के तमाम नेता बिहार सरकार पर हमलावर हैं। महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल का कहना है कि भाजपा के दवाब के कारण नीतीश सरकार को ये फैसला लेना पड़ा है।
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मुआवजे पर सियासत
महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिर फिर कानून से पलटी मार दी है। भाजपा के दबाव में आकर जहरीले शराब से मरने वाले के आश्रितों के परिवारों को चार लाख रुपए की राशि मुआवजा के रूप में देने की घोषणा की है। बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह फेल है। सभी जगह शराब मिल रहा है। सरकार व पुलिस प्रशासन के मिली भगत से शराबबंदी विफल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चाहते थे लेकिन भाजपा ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया था।
जनता चिल्ला रही है। बाध्य व विवश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा कर अपनी कमी को छिपाना चाहते है। सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि सरकार मौत का आकड़ा छिपा रही है। सरकार को बताना चाहिए कि जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर पुलिस के डर से जिनके शव पहले ही जला दिए गए है। उसका सरकार क्या करेगी। उक्त अवसर पर भाजपा अध्यक्ष बीरबल प्रसाद, जितेन्द्र सिंह, कामेश्वर सिंह, शीतल साह, अखिलेश राम मुख्य रूप से उपस्थित रहे।