बिहार में महिला माइनिंग इंस्पेक्टर के साथ हुई मारपीट को लेकर माहौल गर्म है। एक ओर इसे लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्ष नीतीश सरकार पर सवाल खड़ा कर रही है। वहीं अब इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की भी एंट्री हो गई है। महिला आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव, डीजीपी समेत पटना के डीए और एसएसपी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। नोटिस में जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।
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बालू माफियाओं के हमले में महिला अधिकारी घायल
पूरा मामला पटना के बिहटा का है जहां बालू की ओवरलोडिंग की जांच के लिए गई महिला माइनिंग इंस्पेक्टर पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया। जिसमें महिला अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गई हैं। दरअसल जिला खनन पदाधिकारी कुमार गौरव और महिला खनन इंस्पेक्टर तन्मय कुमारी सोमवार को अपनी टीम के साथ बिहटा में बालू के ओवरलोडिंग के खिलाफ छापेमारी करने पहंची थी। छापेमारी के दौरान बालू माफियाओं का झुंड महिला खनन इंस्पेक्टर तन्मय कुमारी पर टूट पड़ा। बालू माफियाओं ने महिला खनन इंस्पेक्टर की जमकर पिटाई की।
बाकि पुलिस की टीम को भी उनलोगों ने खदेड़ दिया स्थिति ऐसी हो गई की छापेमारी करने गई टीम को वहां से भागना पड़ा। लेकिन महिला खनन इंस्पेक्टर तन्मय कुमारी बालू माफियाओं के बीच फंसी रही । उन्होंने अपना बचाव करने की पूरी कोशिश की लेकिन एक के बाद से लोग पर टूट पड़े। हमले में वो बुरी तरह से घायल हो गई है। साथ ही जिला खनन पदाधिकारी कुमार गौरव को भी चोट लगी है। दोंनो फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार्रवाई में जुटी पुलिस
बता दें कि इस मामले को पुलिस द्वारा कार्रवाई भी की गई है। हमलावरों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज किया गया है। अब तक 44 लोग कलो गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 50 गाड़ियों की को भी जब्त किया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।