बिहार के सीएम नीतीश कुमार रविवार को चैती छठ पूजा के खरना के अवसर पर अलग अलग जगहों पर प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। इस दौरान सीएम नीतीश भाजपा के विधान पार्षद संजय मयूख के आवास पर भी गए। गर्मजोशी से उन्होंने संजय मयूख से मुलाकात भी की। संजय मयूख ने भी सीएम का खुले दिल से स्वागत किया। इसके बाद से बिहार में राजनीति की नई बयार पर कयासबाजी शुरू हो गई है।
नीतीश के एनडीए में लौटने की अटकलें
दरअसल, बिहार के नए राजनीतिक समीकरणों पर अटकलबाजी इसलिए शुरू हो रही है क्योंकि सभी को अचानक पिछले साल के रमजान की तस्वीरें याद आ रही हैं। पिछले साल रमजान के दौरान हुए राजनीतिक इफ्तार जमावड़ों के बाद राज्य की पूरी राजनीति बदल गई थी। तब नीतीश एनडीए का हिस्सा थे। जब राबड़ी आवास पर इफ्तार का आयोजन हुआ तो वे खुद गर्मजोशी से उसमें शामिल हुए।
तेजस्वी के साथ पैदल आए थे बाहर
पिछले साल इफ्तार में सीएम नीतीश न सिर्फ राबड़ी आवास के इफ्तार में शामिल हुए थे। बल्कि उनकी गर्मजोशी ने नई चर्चाओं को जन्म दिया था। तेजस्वी तब सीएम नीतीश कुमार को गाड़ी तक छोड़ने आए। दूसरी ओर जब सीएम नीतीश ने मुख्यमंत्री आवास पर इफ्तार पार्टी आयोजित की तो तेजस्वी भी। लौटते वक्त सीएम नीतीश, तेजस्वी यादव को गाड़ी तक छोड़ने गए थे।
अब भाजपा नेता के घर पहुंचे
इस बार भी रमजान का महीना तो शुरू हो गया है। लेकिन राजनीतिक इफ्तार की तस्वीरें अभी नहीं खिंचवाई गई हैं। वैसे रविवार को चैती छठपूजा थी और इस बार छठ पूजा पर ही राजनीतिक तस्वीरें सामने आ गईं। भाजपा नेता संजय मयूख के घर सीएम नीतीश के साथ मंत्री विजय कुमार चौधरी, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा भी शामिल हुए।