मानसून शुरू होने के बाद गर्मी से राहत महसूस कर रहे बिहार के लोगों के लिए बाढ़ की आशंका गहराने लगी है। राज्य में कुछ नदियों का जलस्तर तो स्थिर या खतरे के निशान से नीचे है। लेकिन कुछ नदियों के बढ़ते जलस्तर ने कई जिलों को मुसीबत में डाल दिया है।
चार नदियों में बढ़ रहा जलस्तर
बिहार के उत्तरी हिस्से में लगातार होने वाली बारिश की वजह से नदियों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। कोसी, बागमती, महानंदा नदियों में पानी का स्तर पिछले तीन दिनों और कमला बलान नदी में पिछले दो दिनों से पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर है। इसके साथ ही कटिहार के झावा स्थित महानंदा नदी में पानी का स्तर खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे हैं। लेकिन, दिन में होने वाली बारिश की वजह से रात 10 बजे तक पानी का स्तर 10 सेंटीमीटर ऊपर जाने की आशंका है।
पांच जिलों में खतरा
नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण पांच जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ा है। इसमें कटिहार के साथ सुपौल, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और मधुबनी शामिल है। सुपौल के बसुआ स्थित कोसी नदीं में पानी का स्तर खतरे के निशान से 61 सेंटीमीटर ऊपर है। वही पर मुजफ्फरपुर के बेनीबाद स्थित बागमती नदी में 19 सेंटीमीटर और पूर्णिया के ढेगराघाट स्थित महानंदा नदी में 62 सेंटीमीटर और किशनगंज के तैयबपुर में महानंदा नदी में पानी का स्तर 47 सेंटीमीटर ऊपर है। हालांकि मधुबनी के जयनगर और झंझारपुर स्थित कमला बलान नदी में पानी का स्तर कमी होने की संभावना है। जिससे वहां रहने वाले लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।