भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में वैसे तो अरबपतियों की कमी नहीं है लेकिन उनमें से कुछ ही ऎसे हैं जो ग़रीबों, वंचितों और बेसहारा लोगों के लिए काम करते हैं। बिहार की राजधानी पटना में जन्मी सीमा सिंह उन ही में से एक हैं। इन्होंने गरीबों के दर्द को महसूस किया और उनकी सहायता करने के लिए अपनी स्वयंसेवी संस्था ‘मेधाश्रेय’ के माध्यम से समाज के दबे कुचले आर्थिक रूप से कमजोर असहाय लोगों के उत्थान का बीडा उठाया।
मोहन भागवत से भी हो चुकी है सम्मानित
उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य असहाय लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना और उन्हें उदासी और निराशा के समुद्र से बाहर निकाल कर उनके जीवन को सहज और सरल बनाना है। सीमा सिंह को उनके समाजिक कार्यो से प्रभावित हो आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत ने उन्हें सम्मानित भी किया है। सीमा सिंह के ससुर भारत की अग्रणी फार्मा कम्पनी ‘ अल्केम फार्मा ‘ के अध्यक्ष तथा पति उसी कम्पनी में निदेशक हैं। सीमा सिंह का जन्म पटना में हुआ है। यहीं पली बढ़ी इस लिए उन्हें बिहार विशेष रूप से पटना से गहरा लगाव है। उन्होंने पटना के एक विद्यालय में शौचालय का निर्माण कराया है। इस स्कूल में सात सौ अधिक लडकियां पढती हैं लेकिन स्कूल परिसर में एक भी शौचालय नहीं था। उनके इस काम की खूब सराहना हो रही है।
होली और दीपावली जैसे त्योहारों में जरूरतमंदों की सहायता करती है
इसके अलावा बिहार और महाराष्ट्र के विभिन्न वृद्धाश्रम में होली और दीपावली जैसे त्योहारों में उनके बीच जाकर त्योहार मनाना और उनके बीच आवश्यक वस्तुओं जैसे छाता, कम्बल जैसी जरूरतों को पूरा करना उनका शौक है। इतना ही नहीं सीमा सिंह समाज के विभिन्न वर्गों के साथ साथ पुलिस कर्मियों के उत्थान के लिए भी कार्य करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने मुंबई पुलिस के लिए रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी कापी ड्रामा ” सूर्यवंशी” का विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया। सीमा सिंह का मानना है कि यह फिल्म मुंबई पुलिस के महान कार्य को उजागर करती है। इसके अलावा उनकी संस्था मेधाश्रेय ने मुंबई में वरिष्ठ नागरिकों के लिए ” जर्सी” का एक विशेष प्रीमियर आयोजित किया। मनोरंजन उद्योग में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सलाहकार पैनल का सदस्य नियुक्त किया गया है।
कई अवार्ड से हो चुकी हैं सम्मानित
सीमा सिंह का मानना है कि वर्तमान परिदृश्य में बेरोजगारों के लिए रोजगार का अवसर प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन्होंने हाल ही में एक जाब फेयर का आयोजन किया और इसके माध्यम से विभिन्न विषयों के पांच सौ से अधिक लोगों को नौकरी दिलाने में सफल रहीं। सीमा सिंह की स्वयंसेवी संस्था द्वारा स्वास्थ्य तथा नेत्र जांच शिविर, लडकियों के लिए आत्म रक्षा प्रशिक्षण, बच्चों के लिए मुफ्त टीकाकरण और मुम्बई पुलिस के लिए रेन कोट का वितरण भी किया जाता है।
सीमा सिंह और उनकी संस्था ने नये साल 2023 में बच्चों और वयस्कों में विभिन्न प्रकार के कैंसर विशेष रूप से महिलाओं में पाये जाने वाले कैंसर जैसे सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा इस रोग से पीड़ित लोगों की सहायता करने तथा इस बीमारी से लड़ने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया है। इस दिशा में मकर संक्रांति के अवसर उन्होंने बांद्रा के विधायक अशीष शेलर के साथ मिलकर “सर्वाइकल कैंसर फ्री इंडिया” मुहिम की शुरूआत की है। सीमा सिंह को समाज और वंचित बच्चों के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं। उनमें टाइम्स पावर वूमेन 2020, ईटी प्रेरक महिला उद्यमी 2021, टाइम्स मोस्ट इन्फलुएंशियल पर्सनालिटीज 2021, टाइम्स ट्रेंडसेटर अवार्ड 2022, एक्सीलेंस कोविड केयर 2021 अवार्ड, इंडियन अचीवरस अवार्ड फिलैंथरोपिस्ट आफॅ द ईयर 2023 प्रमुख हैं।