इंडिया गठबंधन की मंगलवार को दिल्ली में प्रस्तावित चौथी बैठक को लेकर बीजेपी से राज्यसभा सांसद एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन की पिछली तीन बैठकों की तरह 19 दिसंबर की बैठक भी फ्लॉप होगी। बैठक में चाय पार्टी और फोटो सेशन के अलावा कुछ नहीं होगा। बैठक फ्लॉप होने की पांच वजहें भी बताई।
नीतीश के गठबंधन नेता चुने जाने की संभावना समाप्त
सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश कुमार के अक्सर बीमार रहने और विधानसभा में महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी करने के बाद उनके इंडिया गठबंधन के नेता चुने जाने की रही-सही संभावना भी खत्म हो गई है। घटक दलों में प्रमुख ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल विपश्यना ध्यान करने 10 दिनों की छुट्टी पर गए। कहा, शरद पवार की पार्टी टूट गई है। ममता दीदी का भरोसा नहीं और नीतीश कब बीमार हो जाए, पता नहीं। सुशील ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व में एकजुट होने का दावा करने वाला विपक्ष एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हिंदी करारी हार से हताश है। ये हारे लोग बड़ा निर्णय लेने के हालात में नहीं रहे हैं। कहा, विपक्ष न भोपाल में साझा रैली कर पाया, न गठबंधन की उप-समितियों की बैठक हो सकी। ये लोग भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार नहीं तय कर सकेंगे। विधानसभा चुनावों में जातीय जनगणना का कार्ड नहीं चला और इंडिया गठबंधन बनने के बाद की इस पहली बड़ी चुनावी परीक्षा में जनता ने इन्हें कूड़े दान में डाल दिया।
2024 में भी विपक्ष की होगी करारी हार
सुशील मोदी ने कहा, नीतीश के करीबी लोग उन्हें पीएम उम्मीदवार बनाने का सब्जबाग दिखाते रहते हैं। बिहार में जदयू और यूपी में सपा भ्रम फैला रही है कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ती तो रिजल्ट अलग आते। मुद्दाविहीन और अविश्वसनीय विपक्ष मिलकर भी चुनाव लड़ता तो प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के आगे नहीं टिक पाता। 2024 में भी यही होगा।