सीमावर्ती किशनगंज जिले में युवाओं को प्रेम जाल में फंसा कर आपत्ति जनक वीडियो बना कर उनसे लाखो रुपये की ठगी करने का सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में सेक्सटॉर्शन गैंग सक्रिय है। जिसमें शामिल महिला सदस्य युवकों को अपने जाल में फंसा कर लाखों रुपये की उगाही करती थी। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक युवक द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर बताया गया कि जिले में सेक्सटॉर्शन गैंग चल रहा है और कई नामी गिरामी लोगों को जाल में फंसा कर लाखों की वसूली की गई है।
वीडियो वायरल होने के बाद जब मामले की पड़ताल की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि गैंग में शामिल दो महिला सदस्यों काल्पनिक नाम ‘नाजनीन’ और ‘यासमीन’ द्वारा युवकों को प्रेम जाल में फंसा कर कमरे में ले जाया जाता था। जहां कुछ देर बाद गैंग में शामिल पुरुष सदस्य पहुंचते हैं और उनके द्वारा युवक से मारपीट की जाती है। फिर उनका वीडियो बना लिया जाता है। आपत्ति जनक वीडियो बनाने के बाद वीडियो को वायरल करने की धमकी दी जाती है और युवकों से तीन से चार लाख रुपए तक की वसूली की जाती थी। एक पीड़ित युवक द्वारा जेबा, नाजमीन, असगर, नकी, मो फरहान के खिलाफ थाना में आवेदन देकर मामला दर्ज करवाया गया है।
पीड़ित युवकों ने बताया कि लड़कियों द्वारा उन्हें फोन करके पहले तो प्यार के झांसे में लिया गया। उसके बाद किशनगंज बुला कर शहर के कजला मनी स्थित एक घर में ले जाया गया। उस घर में एक लड़की पहले से नग्न अवस्था में थी। उसका वीडियो बनाया गया और फिर मारपीट करके वीडियो वायरल करने के नाम पर रुपये की वसूली की गई। पीड़ित युवक ने बताया कि नकी नाम का युवक पुलिस अधिकारी बन कर रूम में पहुंचा था। मालूम हो कि नकी कोचधामन प्रखंड के मोधो पंचायत के मुखिया कारी मशकूर का भाई है। जबकि असगर पंचायत समिति का सदस्य बताया जाता है।
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इस गैंग द्वारा अभी तक सैकड़ों लोगों को निशाना बनाया जा चुका है। गैंग में कई रसूखदारों के नाम भी सामने आए हैं। इस तरह का मामला उजागर होने के बाद लोगों में हड़कंप मच गया है। वीडियो वायरल होने के बाद कई युवक जेडीयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम के आवास पर पहुंचे और उनके द्वारा मदद की गुहार लगाई गई। पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने बताया कि यह काफी शर्मनाक घटना है और पुलिस अगर आरोपी युवकों और युवती के सीडीआर की जांच करे तो रैकेट में शामिल अन्य कई लोगों के नाम सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि कई मजहबी लोगों को भी शिकार बनाया गया है और पता चला है कि एक युवक ने घटना से आहत होकर आत्महत्या तक कर लिया है।
वहीं मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गई है। एसडीपीओ गौतम कुमार उस मकान की जांच करने पहुंचे जिस मकान को वायरल वीडियो में दिखाया गया था। पुलिस पूरे मामले की गहनता से छानबीन में जुट गई है। एसपी सागर कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक पीड़ित द्वारा थाना में आवेदन दिया गया है जिसके बाद सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को जांच का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी होंगे उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि इस तरह के आपत्ति जनक वीडियो को वायरल करना कानूनी अपराध है, इसे सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करें।