जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एक तरह नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। दूसरी ओर वे खुद को उस ‘भगीरथ’ की तरह मान चुके हैं, जो गंगा को स्वर्ग से धरती की ओर लाए। भगवान शंकर जटाओं में उलझी गंगा को भी तपस्या के बल पर धरती तक पहुंचाया। उपेंद्र कुशवाहा ने जगदेव प्रसाद की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में नीतीश कुमार के बहाने राजद पर बरसे।
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‘फंसी सत्ता निकली है, दुबारा नहीं फंसने देना है’
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जगदेव बाबू ने संघर्ष किया था। उनके बताए मार्ग पर चलते हुए बिहार की सत्ता जदयू को मिली थी। लेकिन अब दुबारा फंसाया जा रहा है। उनका इशारा इस ओर था कि नीतीश कुमार कैसे राजद के नेता को अपने बाद सीएम का पद दे सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि गंगा को स्वर्ग से उतारने के लिए भगीरथ को बड़ी तपस्या करनी पड़ी थी। गंगा को स्वर्ग से उतारने के बाद भगवान शंकर की जटाओं में फंस गई थी। बिहार में भी यही हो रहा है। सत्ता आई तो है लेकिन अब फिर फंस रही है।
नीतीश पर भरोसा, पर डील का हो खुलासा
राजद नेताओं द्वारा मौजूदा सरकार में ही तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की बात पर उपेंद्र कुशवाहा भड़के हुए हैं। उन्होंने कहा कि लगातार राजद के लोग बोलेंगे कि डील हुई है और नीतीश कुमार, ललन सिंह चुप रहेंगे, तो शक होगा न। हमने कहा है कि डील हुई है तो बता दीजिए। लेकिन जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होगी, ऐसा ही माहौल रहेगा। अभी भी मौका है, सबकुछ ठीक किया जा सकता है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा है। आप ही नेता रहिए, इसमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अंधकार में न रखा जाए।