मांगुराहा वन परिसर में विश्व बाघ दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएफओ प्रद्युमन गौरव थे। कार्यक्रम के दौरान प्रद्युमन गौरव ने बताया कि वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना में बाघों का अच्छा संरक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद वन कर्मी, वनरक्षी, टाइगर टेकर, भीटी, एसएसबी के जवानों हरकटवा, मंगुराहां, जमहौली व बजनी के इको विकास समिति के सदस्यों तथा स्कूली छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को संबोधित किया।उन्होंने कहा कि बाघों का मानव जीवन में बहुत महत्व है। बाघों की संख्या अगर बढ़ती है तो जंगल के शाकाहारी जानवरों की संख्या संतुलित रहेगी, जिससे फसल व जंगल के पेड़ पौधों की संख्या व हरी घास सुरक्षित रहेगी ।
जागरूकता फैलाना ही इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य
वही कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं ईकोटूरिज्म प्रबंधक विवेक बादल ने कहां की वैश्विक स्तर पर बाघों के संरक्षण व उनकी लुप्तप्राय हो रही प्रजाति को बचाने के लिए जागरूकता फैलाना ही इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है।
कार्यक्रम में वन कर्मी भी मौजूद थे
इस अवसर पर बाघों के बेहतर संरक्षण कार्य करने वाले वनकर्मी विकास तिवारी, विजय उरांव, पवन कुमार कमलेश कुमार, मधुबन कुमार, मिथिलेश कुमार, राज कुमार पासवान, आनंद कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
छात्रों को भी पुरस्कार मिला
बेहतर पेंटिंग के लिए मंगूराहां के छात्र नीतीश कुमार, हरकटवा के सूरज कुमार ,सेमरी डुमरी के खुशबू खातून को पठन-पाठन सामग्री देकर पुरस्कृत किया गया। ऐसे ही ईको विकास समिति हरकटवा, मंगूराहां ,जमहौली व बजनी के अध्यक्ष व सचिव रामचंद्र पटवारी , राम सुभाग महतो, ओमप्रकाश गौरव, रमाशंकर महतो, प्रदेशी नाथ, अमरेश पासवान ने बीस -बीस हजार का चेक ईको विकास समिति को समर्पित किया ।