छपरा में शादी की रस्म ना अदा करना एक दुल्हे को महंगा पड़ गया। इसकी भारी कीमत दुल्हे को चुकानी पड़ी। दरअसल शादी के दौरान दुल्हे ने लोढ़ा छूने की रस्म निभाने से दुल्हे ने मना कर दिया। जिसके बाद गुस्से में दुल्हन ने शादी से इंकार कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद बढ़ गया, जिसके बाद दुल्हे को बिना दुल्हन के बारात लेकर जाना पड़ा। जानकारी के अनुसार जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के शिल्हौरी मंदिर में आयोजित हो रहे एक विवाह समारोह में सभी रश्मे पूरी होने के बाद सिंदूरदान से पहले अश्वारोहण विधि के दौरान दुल्हे को लोढ़ा छूने को कहा गया।असल में लोढ़ा दुल्हन के पांव के नीचे दबा होता है। इसलिए दुल्हे ने इसे छूने से इन्कार करते हुए इस रश्म को पूरा करने में ऐतराज जताया।
जिसके बाद वर पक्ष एवं वधु पक्ष में वाद-विवाद बढ़ गया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट तक हो गई।
इसके बाद दुल्हन ने शादी से इंकार कर दिया। शादी समारोह में मारपीट की सूचना पर स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन काफी प्रयास करने के बाद भी दुल्हन शादी के लिए तैयार नहीं हुई। तो पुलिस को भी बैरंग लौटना पड़ा, जिसके बाद भी बिना दुल्हन के खाली हाथ ही वापस लौट गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि शिल्हौरी शिलानाथ मंदिर परिसर में दरियापुर के मठकरा निवासी विजय गिरी के पुत्र राहुल कुमार व जनता बाजार थाना क्षेत्र के तमनपुरा निवासी रविंद्र भारती की पुत्री आशा कुमारी का विवाह हिंदू रीति रिवाज से आयोजित हो रहा था इसी दौरान लोढा छूने की रस्म के दौरान वर पक्ष एवं वधु पक्ष में विवाद हो गया, जिसके बाद लड़की द्वारा शादी करने से इंकार करने के बाद बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा।