चतरा में बेलगाम अपराधियों ने पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की दिनदहाड़े हत्या कर पुलिस को एक बार फिर खुली चुनौती पेश की हैं। लावालौंग सीआरपीफ कैंम्प के समीप जिला परिषद प्रत्याशी रहे विक्रम रजक की सिर में गोली मारकर की गई हत्या से इलाके में हड़कंप मच गया है। घटना को अंजाम देर रात दिया गया हैं। मौके से पुलिस ने मृतक के शव के साथ-साथ मृतक का कार भी बरामद किया हैं। इसके अलावा शराब की कई बोतलें भी मौके से बरामद की गई है। इधर घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सामाजिक कार्यकर्ता छठु गंझु और जिला परिषद सदस्य प्रसाद भुइयां के नेतृत्व में लावालौंग मुख्य चौक को जाम कर दिया हैं।
ग्रामीण अविलंब गिरफ्तार करने की मांग पर डटे
ग्रामीण अज्ञात नक्सलियों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाते हुए अविलंब गिरफ्तार करने की मांग पर डटे हैं। जबकि घटना की सूचना पाकर दल बल के साथ मौके पर पहुंचे सिमरिया इंस्पेक्टर केपी चौधरी और लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मौके से शव उठाकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने का कर रहे प्रयास। बावजूद पुलिस पदाधिकारियों की आक्रोशित ग्रामीण एक नहीं सुन रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे अरसे के बाद थाना से चंद गज की दूरी और सीआरपीएफ कैंप के बाहर दिनदहाड़े पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी की हत्याकांड को अंजाम देकर न सिर्फ कानून व्यवस्था को चुनौती पेश किया है बल्कि एक बार फिर यह संदेश दे दिया है कि लावालौंग सुरक्षित नहीं है।
पदाधिकारी खुलकर कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं
ऐसे में अगर पुलिस चुनौती को स्वीकार करते हुए 24 घंटों के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाती है तो यहां जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम जनमानस को भी घर से बाहर निकलने में सोचना पड़ेगा। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस के पदाधिकारी अभी खुलकर कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। सिमरिया पुलिस इंस्पेक्टर के पी चौधरी ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही मामले में मीडिया को कुछ बताया जा सकता हैं।