RANCHI : पीएम मोदी के झारखंड आगमन और इसमें जनता की भागीदारी पर भाजपा सांसद आदित्य साहू ने राज्य की जनता विशेषकर आदिवासी समाज के प्रति आभार प्रकट किया। प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा रांची की सम्मानित जनता का बहनों का, युवाओं का भी आभार प्रकट करती है, जिन्होंने रात 11 बजे ठंड में सड़कों पर घंटों तक खड़े होकर मोदीजी का स्वागत और अभिनंदन किया।
आदित्य साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर जनजाति गौरव दिवस के उत्साह में इसकी महत्ता में चार चांद लगा दिए। आजादी के 76 वर्षों के इतिहास में नरेंद्र मोदीजी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर पहुंचकर उन्हें नमन किया। राज्य की जनता, प्रदेश का जनजाति समूह उनके इस सम्मान को कभी भूल नहीं पाएगा। आने वाली पीढ़ियां उसे युगों तक याद करेगी।
आदित्य साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिरसा मुंडा की जयंती, राज्य स्थापना दिवस और जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर बिरसा की धरती से देश के जनजाति समाज के लिए 24 हजार करोड़ के पीएम जन मन जनजाति न्याय महाअभियान का शुभारंभ किया। ये अभियान उन लाखों आदिवासी परिवारों के लिए है जिन पर अभी तक ध्यान नहीं दिया गया। ये वैसा जनजाति समूह है जो विकास की मुख्यधारा से अबतक नहीं जुड़े झारखंड के लिए 7200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ। किसान सम्मान निधि के तहत 15वीं किस्त के रूप में 18हजार करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे गए बिरसा मुंडा की धरती से विकसित संकल्प यात्रा की शुरुआत हुई। IIM रांची को नया भवन मिला, IIT-ISM धनबाद को नया छात्रावास मिला। बोकारो में पेट्रोलियम ऑयल डिपो मिला। हटिया पकरा सेक्शन, तलगरिया बोकारो सेक्शन और जरंगडीह पतरातू सेक्शन पर डबल रेल लाइन का मिला।
आदित्य साहू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जयंती, राज्य स्थापना दिवस, राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस, भाई दूज, सोहराई जैसे उत्सवों के अवसर पर प्रधानमंत्रीजी के हाथ से इतना बड़ा उपहार पाकर झारखंड की जनता, आदिवासी समाज खुशियां मना रहा, लोगों में उत्साह है, लेकिन राज्य की जनता को ठगने वाले, जल जंगल, जमीन की लूट मचाने वाले कांग्रेस झामुमो के नेता हताश और निराश हैं। उन्हें कार्यक्रम की सफलता पच नहीं रही इसलिए उल्टी सीधी बातें, अनर्गल असंवैधानिक बातें कर रहे इनसे राज्य की जनता अच्छे सोच की उम्मीद भी नहीं कर पाती। इनकी नीति नियत को जनता समझ चुकी है। इन्हें अपने खिसकते जनाधार को लेकर चिंता सताने लगी है। रात की नींद और दिन का चैन खत्म हो गया है। जिसने राज्य के आंदोलन को बेचा, खरीदा हो, उनसे झारखंड के विकास की उम्मीद करना बेमानी है। राज्य की भोली भाली जनता इनके झूठे वादों में एक बार फंस चुकी है लेकिन कहा जाता है कि काठ की हांडी को आग पर बार बार नहीं चढ़ाया जा सकता, ये आदिवासियों के नाम पर केवल अपना और अपने परिवार की चिंता करते हैं। राज्य की खनिज संपदा, बालू पत्थर सब दलालों, बिचौलियों से लूटवा रहे। राज्य में विदेशी शक्तियां आदिवासियों को उनके धर्म संस्कृति से काटकर धर्मांतरित करा रही लेकिन हेमंत सरकार को उसकी कोई चिंता नहीं। इनकी जुबान इसपर नहीं खुलती है।
बांग्लादेशी घुसपैठियों से पूरे राज्य का डेमोग्राफी बदल रहा। सरकार के सहयोग से घुसपैठिए राज्य में आधार कार्ड, राशन कार्ड बनवा रहे आदिवासियों का हक छीन रहे लेकिन हेमंत सरकार मौन है। आदिवासी बहन बेटियों की हत्या हो रही, दुष्कर्म हो रहे, टुकड़ों में काटा जा रहा लेकिन सरकार मौन है। आदिवासी समाज के होनहार युवक-युवतियों की हत्या हो रही सरकार चुप है। कांग्रेस-झामुमो को राज्य के विकास, जनजातियों, दलितों, पिछड़ों और वंचितों का विकास अच्छा नहीं लगता। ये उन्हें मुख्य धारा से काटकर रखना चाहते हैं। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक एवं अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश प्रभारी पूर्व विधायक रामकुमार पाहन भी उपस्थित रहे।