ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में चल रहे अंदर-19 नेशनल चार दिनी क्रिकेट टूर्नामेंट में समस्तीपुर के ताजपुर का रहने वाला वैभव सूर्यवंशी ने शतक लगाया। इस पर समस्तीपुर के क्रिकेट प्रेमियों ने दीपावली मना ली। मंगलवार शाम शहर के पटेल मैदान में क्रिकेट प्रेमियों ने जमकर पटाखे फोड़े। वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच ब्रजेश झा ने नए खिलाड़ियों के बीच मिठाई का वितरण किया। नए खिलाड़ियों को कहा तुम भी वैभव बन सकते हो, बस वैभव सूर्यवंशी की तरह तुम में भी जुनून होना चाहिए।
वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच ब्रजेश झा ने कहा कि क्रिकेट को लेकर अलग तरह का ही सूर्यवंशी में जुनून है। वह 6 साल का था तब मेरे पास अपने पिताजी के साथ आया था। उनके पिता भी पूर्व क्रिकेटर रहे हैं। ब्रजेश ने बताया कि सूर्यवंशी को इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके पिता की बहुत बड़ी भूमिका रही है। लगातार उन्होंने इस पर मेहनत किया है कि सफलता कैसे मिलेगी।
ब्रजेश बताते हैं कि सूर्यवंशी आज जिस मुकाम पर है, इस पर पहुंचने के लिए उसने शुरु से ही नियमों का पालन किया है। प्रैक्टिस के दौरान उसे जो टास्क दिया जाता था, वह उससे आगे बढ़कर पूरा करता था। अपने सीनियर का मान-सम्मान करता था। इस कारण उसे काफी देर तक लोग बैटिंग कराते थे। वह लगातार तीन-तीन घंटे तक नेट प्रैक्टिस करता था। उसके साथ ही खिलाड़ी भी लगातार उसे बॉलिंग करते थे।
कोरोना के समय जब लॉकडाउन लगा तो प्रैक्टिस का लय न टूटे इसके लिए उनके पिता ने अपने घर के सामने ही नेट लगा दिया। जहां कोरोना के बीच वैभव लगातार प्रैक्टिस करता रहा और लय में बना रहा। वैभव की सफलता पर ब्रजेश गर्व महसूस करते हैं कि पटेल मैदान से यह दूसरा खिलाड़ी है, जो इंटरनेशनल खेल रहा है। उन्होंने कहा कि अभी उनके यहां 20 से अधिक नए खिलाड़ी प्रैक्टिस के लिए आ रहे हैं। इनमें से दो-तीन में इंडियन टीम खेलने का टैलेंट है, आने वाले कुछ सालों में वह इंडिया जरूर खेलेगा।