इंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (इडी) ने फ्लैट बुकिंग के नाम पर गड़बड़ी के आरोप में अग्रणी होम्स पर शिकंजा कसा है। हाउसिंग फाइनेंस कंपनी अग्रणी होम्स के पटना के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। राजधानी पटना में बिल्डर के 5 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है। इसके साथ ही कंपनी के दिल्ली, लखनऊ और वाराणसी सहित अन्य ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईडी की टीम ने अग्रणी होम्स के सारे दस्तावेज और कंप्यूटर अपने कब्जे में ले लिए। देर रात तक दस्तावेजों की जांच जारी थी।
कई अनियमितता मिली
मंगलवार शाम दिल्ली और पटना ईडी की टीम अग्रणी होम्स के मालिक आलोक सिंह और उनके करीबियों, रिश्तेदारों के ठिकानों पर पहुंची। योगीपुर, कंकड़बाग, कांटी फैक्ट्री रोड, गोला रोड इलाके में कार्रवाई देर रात तक जारी रही। ईडी सूत्रों छापेमारी में फ्लैट बिक्री के एग्रीमेंट डाक्यूमेंट्स, एकाउंट और अन्य दस्तावेज खंगाले। इसमें कई अनियमितता मिली हैं। कागजात खंगालने तक छापेमारी बुधवार को भी जारी रहेगी। ईडी ने यह कार्रवाई प्रीवेंशन ऑफ मॅनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की है।
तीन सौ लोगों से ठगी और फ्लैट नहीं देने का आरोप
उल्लेखनीय है कि आम लोगों से फ्लैट बुकिंग के नाम पर 14 करोड़ रुपये डकारने के मामले में अक्टूबर 2022 में पटना जिले की शाहपुर पुलिस ने अग्रणी होम्स के निदेशक आलोक कुमार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार किया था। अग्रणी होम्स के निदेशक पर पटना के करीब तीन सौ लोगों से ठगी और फ्लैट नहीं देने का आरोप है. इस मामले को लेकर लोग भू-संपदा विनियमन प्राधिकरण (रेरा) में भी गए थे, वहां से अग्रणी होम्स को रुपये लौटाने या फ्लैट देने का आदेश निर्गत किया गया था, लेकिन निदेशक ने उसकी अनदेखी की थी।