बिहार कैडर के IAS अधिकारी संजीव हंस और झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। ED की अनुशंसा के बाद विशेष निगरानी इकाई ने यह कार्रवाई की है। संजीव और गुलाब के अलावा प्राथमिकी में दर्जनभर अन्य लोगों को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
प्राथमिकी में संजीव हंस की पत्नी मोना हंस, गुलाब यादव की पत्नी विधान पार्षद अंबिका यादव का भी नाम शामिल किया गया है। बता दें कि संजीव हंस पर कार्रवाई के लिए SVU ने सरकार से अनुमति मांगी थी। ED की अनुशंसा के बाद मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और DGP आलोक राज के स्तर पर हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद इन पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति दी गई।
इसके बाद विशेष निगरानी इकाई ने भारतीय दंड संहिता की धारा और पीसी एक्ट 1988 के तहत धारा 61/318ए, 7आर, डब्लू 12आर, डब्लू 13 समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि जुलाई महीने में प्रवर्तन निदेशालय की अलग-अलग टीमों ने संजीव हंस और गुलाब यादव के पटना, झंझारपुर समेत 21 स्थानों पर छापा मारा था। इसके बाद पंजाब, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में भी इसी कड़ी में सर्च किया गया था। इस दौरान 13 किलो चांदी, दो किलो सोने के सिक्के 87 लाख नकद, लाखों रुपये मूल्य की विदेशी घडिय़ां समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए थे।