हनी ट्रैप, इसके लिए खुबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है। जो किसी अंजान शख्स को अपने जाल में फंसाकर उसे कई तरीकों से ब्लैकमेल कर उससे पैसे निकलवाती है। फोटो, वीडियो या फिर मैसेज के जरिए या फिर किडनैपिंग कर। युवा से लेकर बुजुर्ग, डॉक्टर से लेकर इंजीनियर तक इसके शिकार होते है। इसी से जुड़ा ताजा मामला गया से निकलकर सामने आया है। जहां एक 20 वर्षीय युवक हनी ट्रैप का शिकार हो गया। हालांकि पुलिस की सक्रीयता ने युवक को बचा लिया। युवक गया के बेलागंज का रहने वाला ऋषभ कुमार (20) है।
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युवक का अपरहण कर 50 लाख फिरौती की मांग
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि ऋषभ कुमार का इंस्टाग्राम के जरिए एक युवती से नजदीकी बढ़ा। जिसके बाद लड़की उसे मिलने के लिए बुलाती है। युवक जब युवती से मिलने जाता है। इसी दौरान युवती अपने साथियों की मदद से युवक का अपहरण कर लेती है। अपरहण के बाद युवक के परिजनों से 50 लाख की फिरौती की मांग की गई। जिसके बाद युवक के परिजनों ने थाने में मामला दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश कर युवक सहित तीन आरोपियों को पटना के गर्दनीबाग इलाके के एक फ्लैट से बरामद किया। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपी में एक जिम ट्रेनर भी है।
“इंजेक्शन देकर बेहोश किया जाता था“
ऋषभ पॉलिटेक्निक का छात्र है। उसके मौसी का घर पटना के गर्दनीबाग थाना इलाके में है। वो अक्सर यहां आया जाया करता था। पास में ही जिम भी करता था। पुलिस के अनुसार किडनैपिंग का मुख्य सरगना बाढ़ का रहने वाला जिम ट्रेनर है। ऋषभ को यहीं से टारगेट किया गया। इस मामले में ऋषभ का कहना है कि
30 जून को उसने जिद कर पटना आने को कहा। इस बार उसने सुनसान जगह पर मिलने बुलाया था। मुझे डर था इसलिए मैं अपने दोस्तों को भी साथ ले गया था। लड़की से मिलने के बाद दोस्त थोड़ी दूर चले गए। इसी बीच एक शख्स गमछा बांधकर पहुंचा और मुझ पर हमला कर दिया। मेरा मोबाइल छीन लिया। इस दौरान मैं बेहोश हो गया।
इसके बाद जब आंख खुली तो हाथ-पैर बंधे थे। मुझे बहुत मारा-पीटा गया। इस बीच मैंने एक बार भागने की भी कोशिश की, लेकिन उसने मुझे इंजेक्शन दे कर बेहोश कर दिया। इसकी वजह से मैं भाग नहीं पाया। इस बीच पुलिस आ गई और पुलिस मुझे छुड़ा लिया।