मानव तस्करी एक बड़ी समस्या है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने को लेकर सरकारी कोशिशें नाकाफी साबित हो रही है। गरीबी और तंगहाली का फायदा उठाकर ट्रैफिकर नाबालिग बच्चे-बच्चियों को प्रदेश ले जाते हैं। वहां उनसे जबरन काम लिया जाता है। इतना ही नहीं उनका यौन शोषण भी किया जाता है। ताजा मामला पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन से जुड़ा है। जहां से आरपीएफ और बचपन बचाओ संस्था के कार्यकर्ताओं ने बच्चियों को मुक्त कराया है। उन्हें मानव तस्कर चेन्नई ले जा रहे थे।
छह मानव तस्कर चढ़े आरपीएफ के हत्थे
इस मामले में आरपीएफ ने छह मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी मिलते ही आरपीएफ ने इनलोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। तीनों नाबालिक बच्ची पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया थाना क्षेत्र की रहने वाली है, जिसको मानव तस्कर ट्रेन के जरिए चेन्नई ले जाने की फिराक में थे। तस्करों से पुलिस की पूछताछ जारी है। बहरहाल देखा जाए तो मानव तस्करी से जुड़ा मामला लगातार बिहार में एक नेटवर्क के रूप में काम कर रहा है। पकड़े गए मानव तस्करों में मुख्य सरगना का नाम मनोज है।