गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के लावादाग गांव में पिछल वर्ष 30 अक्टूबर 2021 को जेजेएमपी के प्लाटून कमांडर सूकर उरांव की हत्या करने व संगठन से कई अत्याधुनिक हथियार लूट कर भागने वाले भगोड़ा नक्सली बहुरा उरांव दो माह के अंतराल में दूसरी बार पुलिस के चंगुल से भाग निकलने में सफल रहा। हालांकि बहुरा के भागने के बाद पुलिस ने उसके ठिकाने से एक लोडेड 303 बोर एक्शन रायफल मैगजीन सहित, एक देशी पिस्टल, दो देशी भरठुआ बंदूक, चार राउंड गोली बरामद किया है।
किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में कर रहा था बैठक
ज्ञात हो कि 19 अप्रैल 2022 को भी बहुरा पुलिस के चंगुल से भाग निकला था। उस समय भी पुलिस ने बहुरा के घर से दो हथियार बरामद की थी एसपी डा.ऐहतेशम वकारिब ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि विगत कई वर्षों से फरार चल रहे प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी के उग्रवादी बहुरा मुंडा के बावत गुप्त सूचना मिली थी कि वह लुरु गांव में अपने साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में बैठक कर रहा है। इसकी सत्यता की जांच के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिरिल मरांडी के नेतृत्व में चैनपुर और कुरुमगढ़ थाना की पुलिस के साथ एक टीम का गठन किया।
जेएसएस नाम का अपना एक अलग संगठन बनाया
इस टीम में एसडीपीओ के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर बैजू उरांव, कुरुमगढ़ थाना प्रभारी नितिश कुमार, पुअनि बुलेट गोराई समेत सशक्त बल शामिल था। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्राम लुरु स्थित बहुरा के ठिकानों पर छापामारी किया परंतु पुलिस के आने की भनक मिलते ही अंधेरे का फायदा उठाकर बहुरा सहित उसके साथ जंगल की ओर भाग निकले। उग्रवादियों के भागने के बाद पुलिस ने उसके ठिकाने पर तालाशी के क्रम में उपरोक्त हथियार बरामद किया एसपी ने कहा कि बहुरा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस प्रयासरत है। जल्द ही कानून के शिकंजे में होगा। यह भी ज्ञात हो कि बहुरा मुंडा सुकर की हत्या करने व हथियार लूट कर भागने के बाद जेएसएस नाम का अपना एक अलग संगठन बना लिया है। जिसका सुप्रीमो वह खुद है।