केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में छात्र संगठनों ने 18 जून को बिहार बंद का ऐलान किया है। बिहार बंदी को लेकर छात्र संगठन आइसा-इनोस, रोजगार संयुक्त संघर्ष मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने बंद का आह्वान किया है और सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार अगर अग्नीपथ योजना को वापस नहीं लेती है, तो पहले बिहार बंधु फिर भारत बंद करने को बाध्य हो जाएंगे। छात्र नेताओं ने राजनीतिक, सामाजिक संगठनों और बिहार की जनता से अपील की है कि वह सेना और युवाओं के भविष्य बचाने के लिए बिहार बंद में सक्रिय रूप से अपना समर्थन दें।
बिहार बंद का आरजेडी और वामदलों ने भी किया समर्थन
बिहार बंद का समर्थन आरजेडी और वामदलों ने भी किया है। आरजेडी पर के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि इस बंद को महागठबंधन का सक्रिय नहीं बलिक नैतिक समर्थन रहेगा। वाम दलों के नेताओं के साथ ऐलान करते हुए जगदानंद ने कहा कि छात्रों की तरफ से बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, जो भी संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे महागठबंधन उनको अपना नैतिक समर्थन देगी। छात्रों के साथ महागठबंधन हमेशा खड़ा रहा है और खड़ा रहेगा।