JAMSHEDPUR: झारखण्ड फिजियोथेरेपी काउंसिल द्वारा आज जमशेदपुर के संजीवनी फिजियोथेरेपी सेंटर, साकची आम बागान में औचक निरीक्षण किया गया। फिजियोथेरेपी सेंटर में ईलाज कर रहे सभी चिकित्सकों का परिषद् से निबंधन पत्र की जांच किया गया। सेंटर में किसी भी फिजियोथेरेपिस्ट के पास काउंसिल रजिस्ट्रेशन नही पाया गया। इसके अलावा अनुभवहीन फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा मरीजों का थेरेपी करते हुए देखा गया। काउंसिल के प्रेसिडेंट डॉ राजीव रंजन ने कहा कि राज्य में सभी फिजियोथेरेपी केंद्रों में काउंसिल से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
फ्रंट में सर्टिफिकेट लगाना अनिवार्य
काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट डॉ अभय कुमार पाण्डेय ने कहा फिजियोथेरेपी केंद्रों में कार्य कर रहे सभी फिजियोथेरेपिस्ट को फ्रंट एरिया में रजिस्ट्रेशन(निबंधन) सर्टिफिकेट को प्रदर्शित करना है। जिससे मरीजों को यह पता चल सके कि उनका ईलाज करने वाले एक दक्ष फिजियोथेरेपी चिकित्सक या क्वालिफाइड फिजियोथेरेपी चिकित्सक हैं।
संचालक पर होगा एफआईआर
रजिस्ट्रार सह सचिव डॉ अजीत कुमार ने कहा कि अब राज्य के सभी जिलों में चरणबद्ध तरीकों से औचक निरीक्षण किया जाएगा। निबंधन या रजिस्ट्रेशन नही होने पर संबंधित फिजियोथेरेपी केंद्रों के संचालक पर एफआईआर भी किया जाएगा। परिषद् द्वारा राज्य में फिजियोथेरेपी से सम्बन्धित सभी प्रकार के चिकित्सा एवं शिक्षा के मानकों को नियंत्रित करता है। परिषद के निरीक्षण टीम में रांची से प्रेसिडेंट डॉ राजीव रंजन, वाइस प्रेसिडेंट डॉ अभय कुमार पाण्डेय, रजिस्ट्रार सह सचिव डॉ अजीत कुमार, हजारीबाग से डॉ राहुल कुमार, डॉ मेराज नबी सिद्दिकी, जमशेदपुर से ऊषा सिंह मौजूद थी।